जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव को लेकर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मोसी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया है कि डीडीसी चुनाव में उनकी पार्टी को चुनाव प्रचार करने नहीं दिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने अनुच्छेद 370 का मुद्दा भी उठाया है। इतना ही नहीं, महबूबा ने मोदी सरकार पर उंगली उठाते हुए पूछा है कि अगर सभी आतंकवादी है तो आखिर भारतीय कौन है।
महबूबा मुफ्ती ने चुनाव आयोग पर जताई निराशा
ANI के ट्वीट से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीजपी कश्मीर घाटी में खुद का इको सिस्टम बनाना चाहती है, यह किस तरह का लोकतंत्र है। वे हमारे उम्मीदवार के प्रचार के लिए अनुमति नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे यह क्यों बताया जा रहा है कि अनुच्छेद-370 के निरस्तीकरण पर बात मत करो?
डीडीसी चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन बाद महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वे मुसलमानों को पाकिस्तानी कहते हैं, सरदारों को खालिस्तानी कहते हैं, सोशल एक्टिविस्ट को शहरी नक्सली और छात्रों के संगठन को टुकड़े-टुकड़े गैंग और राष्ट्र विरोधी बताते हैं, मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि अगर हर कोई आतंकवादी और देश विरोधी है, तो इस देश में हिंदुस्तानी कौन है? सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ता?
ANI के अनुसार, महबूबा मुफ्ती ने चुनाव आयोग पर निराशा जाहिर करते हुए कहा कि मेरी हिरासत के बाद चुनाव आयोग की ओर से आए बयान से दुखी हूं। उन्होंने कहा कि जिस दिन हमने डीडीसी चुनाव में भाग लेने की घोषणा की, प्रशासन की ओर से उत्पीड़न बढ़ गया, यहां तक कि हमारे उम्मीदवारों को भी परेशान किया जा रहा है।
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि पीएजीडी के उम्मीदवारों पर बंदिशें लगाई जा रही हैं। उन्हें चुनाव प्रचार के लिए बाहर निकलने की अनुमति तक नहीं दी जा रही है। ऐसे में हमारे उम्मीदवार चुनाव कैसे लड़ पाएंगे?
बीजेपी पर बरसते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीजेपी कश्मीर घाटी में खुद का इको सिस्टम बनाना चाहती है जिसमें लोकतंत्र के लिए कोई जगह नहीं हो। यह किस तरह का लोकतंत्र है। वे हमारे उम्मीदवार के प्रचार के लिए अनुमति नहीं दे रहे हैं। मुझे यह क्यों बताया जा रहा है कि अनुच्छेद 370 के उन्मूलन को लेकर बात मत करो?
उन्होंने कहा कि बीजेपी मेरी पीडीपी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। यहां पूरी तरह से अंधेर नगरी चौपट राजा है। यहां पर किसी तरह की अभिव्यक्ति की कोई आजादी नहीं है, अगर कोई कुछ कहना भी चाहता है तो उसके खिलाफ यूएपीए कानून के तहत केस कर देते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर एक मुद्दा है जिसे हल करने की जरूरत है। जब तक कश्मीर का मुद्दा नहीं सुलझता, समस्या बनी रहेगी। जब तक वे अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं करते तब तक समस्या का समाधान नहीं होगा। मंत्री आएंगे और जाएंगे। बस चुनाव कराने से समस्या का कोई हल नहीं है।
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केंद्र शासित प्रदेश की बहुचर्चित रोशनी घोटाले पर महबूबा मुफ्ती ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि रोशनी क्या है, यह एक योजना थी और अब इसे घोटाले के रूप में पेश किया जा रहा है। सबसे बड़ा घोटाला उनका चुनावी घोटाला है।