महाकुम्भ । मौनी अमावस्या स्नान पर्व 29 जनवरी को महाकुंभ का एक महत्वपूर्ण दिन है, जिसे सकुशल संपन्न कराने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रयागराज कमिश्नरेट और मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के तहत, 27 जनवरी से 31 जनवरी तक, यानी स्नान पर्व के दो दिन पहले और दो दिन बाद, मेला क्षेत्र और प्रयागराज शहर में वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुंभ, राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं की संभावित बड़ी भीड़ को ध्यान में रखते हुए एक सटीक रणनीति तैयार की गई है, जिसमें सभी को सुरक्षित स्नान का अनुभव प्रदान करना और उन्हें वापस भेजने की व्यवस्था शामिल है। यह योजना महाकुंभ की सुरक्षा और व्यवस्थित संचालन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान सीमावर्ती जनपदों जैसे कौशाम्बी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही, रायबरेली, रींवा, और सतना में वाहनों के आवागमन में परिवर्तन और यातायात नियंत्रित करने की योजना लागू की जा रही है।श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा प्रदान करने के लिए शटल बस, सीएनजी ऑटो, और ई-रिक्शा की व्यवस्था की जा रही है, जिससे उन्हें सामान्य दिनों की तुलना में बेहतर और सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो सके।
मुख्य स्नान पर्व से पहले और बाद में सभी प्रकार के वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। इसके अलावा, सत्रह सौ से अधिक साइनजेज और 230 स्थानों पर बैरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड लगाए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को समय पर और सही जानकारी मिल सके। इन बोर्डों के माध्यम से श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं आसानी से उपलब्ध हो पाएंगी।
श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज के सीमावर्ती जनपदों की ओर से आने वाले वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर खड़ा कराया जाएगा। कौशाम्बी, फतेहपुर,प्रतापगढ़,चित्रकूट, वाराणसी ,जौनपुर,मिर्जापुर,भदोही, सतना रीवां मध्य प्रदेश से सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 19 सौ हेक्टेयर एरिया चिहिन्त किए गए है। जिनमें 5.5 लाख वाहनों को खड़ा करने की क्षमता है। वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गये है।
सीमावार्ती जनपदों से आने वाले वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। इसके साथ ही मार्गो व पार्किंग में सीसीटीवी कैमरे से और एआई एवं एएनपीआर सुविधा का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2019 के सापेक्ष इस महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के यातायात को सुगमता के लिए नई सड़कों एवं 8 नए पान्टून पुलों का निर्माण किया गया है। छोटे एवं बड़े वाहनों की पहली पार्किंग भर जाने पर तत्काल अगली पार्किंग में वाहनों को पार्क कराया जाएग। इसी क्रम में यह श्रृंखला आगे बढ़ती रहेगी।