जानिए ! क्या राजनीति में प्रवेश करेंगे धीरेंद्र शास्त्री? UCC और हिन्दू राष्ट्र को लेकर क्या कहा बाबा ने

बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी, हाल ही में अपने तगड़े बयानों के कारण चर्चा में बने हुए हैं। आपको बता दे, उनके राजनीति में जाने को लेकर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी है। इसके अलावा, उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर भी अपनी राय दी है। आपको बता दे, धीरेंद्र शास्त्री जी के राजनीति में जाने के बारे में पूछे जाने पर, बाबा बागेश्वर ने कहा, “साधु-संतों को राजनीति में जाने की आवश्यकता नहीं है। एक साधु को हमेशा राजनीति से दूर रहना चाहिए। राजनीति में आने के बाद सीमाएं सीमित हो जाती हैं और साधुओं को अपनी यात्रा को सीमित रखना जरूरी है।”

UCC को लेकर क्या कहा बाबा ने ?
आपको बता दे, यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा, “हां, मैं इसका समर्थन करता हूँ। देश के लिए समान नागरिक संहिता अत्यंत आवश्यक है। हर व्यक्ति के लिए समान कानून होना चाहिए। एक देश में दो कानूनों की स्थिति कैसे हो सकती है? यदि एक पिता के दो बेटे हैं, तो क्या उन्हें अलग-अलग सुविधाएं मिल सकती हैं?” इसके अलावा, उन्होंने UCC के प्रस्तावित लागू होने पर परंपराओं के साथ छेड़छाड़ को लेकर कहा है कि किसी भी परंपरा के साथ छेड़खानी नहीं की जा रही है, बल्कि यह केवल कानून की बात करता है।

धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र बनाने के बयान पर क्या कहा ?
आगे आपको बताते चले कि, धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र बनाने के बयान के बारे में बाबा बागेश्वर ने कहा, “हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए हमें अपने हिंदू भाइयों को जागरूक करने की जरूरत है। हम उन्हें नाराजगी का कारण नहीं बना रहे हैं, बल्कि हम उन्हें उनकी पहचान करने और सनातन परंपराओं व संस्कृति के प्रति सजग कर रहे हैं। यदि देश के 100 करोड़ हिंदू भागीदार बन जाएं, तो कोई भी हमें हिंदू राष्ट्र बनने से रोक नहीं सकता।” भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के बारे में सरकार के रुख पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “हमें कागज पर नहीं, बल्कि लोगों के दिलों में हिंदू राष्ट्र चाहिए। यदि दो-तिहाई हिंदू जाग गए और इसकी इच्छा प्रकट की, तो यह संशोधन स्वतः ही हो जाएगा। बाबा बागेश्वर ने अपने बयानों में अपनी स्पष्ट राय दी है और विशेष रूप से उनके देश के भागीदारों के हितों की रक्षा के लिए लड़ने की भावना प्रकट की है।

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