करीब साढ़े तीन साल बाद राजनीतिक गलियारों में कदम रखने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक नजर आ रहे हैं। अभी बीते दिन जहां उन्होंने मात्र तीन मिनट के संबोधन में राजद की एक वर्चुअल बैठक को संबोधित किया था। वहीं सोमवार को एक बार फिर उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। लालू ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कोरोना वैक्सीन के दाम का मुद्दा उठाया। हालांकि, इस बार उन्हें बीजेपी के पलटवार का सामना भी करना पड़ा।
लालू ने किया पोलियो टीकाकरण अभियान का जिक्र
वैक्सीनेशन का मुद्दा उठाते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि हमने पोलियो टीकाकरण अभियान में विश्व रिकॉर्ड बनाया था और आज टीका भी उपलब्ध नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मुफ्त टीकाकरण की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 1996-97 में जब हम समाजवादियों की देश में जनता दल की सरकार थी, जिसका मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष था तब हमने पोलियो टीकाकरण का विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
लालू प्रसाद ने कहा कि उस वक्त आज जैसी सुविधा और जागरुकता भी नहीं थी फिर भी 7 दिसंबर 1996 को 11.74 करोड़ शिशुओं और 18 जनवरी 1997 को 12.73 करोड़ शिशुओं को पोलियो का टीका दिया गया था। वह भारत का विश्व रिकॉर्ड था। उन्होंने कहा कि उस दौर में वैक्सीन के प्रति लोगों मे हिचकिचाहट व भ्रांतियां थीं, लेकिन जनता दल नीत संयुक्त मोर्चा की समाजवादी सरकार ने दृढ़ निश्चय किया था कि पोलियो को जड़ से खत्म कर आने वाली नस्लों को इससे मुक्ति दिलायेंगे। आज दु:ख होता है कि तथाकथित विश्वगुरु सरकार अपने नागरिकों को पैसे लेकर भी टीका उपलब्ध नहीं करा पा रही है।
लालू ने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी से आग्रह करता हूं कि इस जानलेवा महामारी में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत पूरे देशवासियों को नि:शुल्क टीका देने का ऐलान करें। राज्य और केंद्र के टीके की कीमत अलग-अलग नहीं होना चाहिए। राज्यों से ही देश बनता है।
बीजेपी ने किया तगड़ा पलटवार
इधर, बीजेपी ने भी लालू प्रसाद के बयान पर पलटवार किया है। बिहार बीजेपी के प्रवक्ता मनोज शर्मा ने लालू प्रसाद तथा उनके परिजनों से सवाल पूछा है कि उनके परिवार के कितने लोग कोरोना वैक्सीन ले चुके हैं या कितने लोगों को उन्होंने वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद शायद जेल में अधिक दिनों तक रहने के कारण कई चीजें भूल गए हैं। शर्मा ने उन्हें याद दिलाते हुए कहा कि 1995 में पोलियो मुक्त भारत बनाने के लिए टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई थी और 17 वर्षो के अथक परिश्रम के बाद 2012 में देश पोलियो मुक्त है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भारत को 2014 में पोलियो मुक्त घोषित किया।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद शायद भूल रहे हैं, इस कारण वो दो वर्ष में ही देश को पोलियोमुक्त करने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शायद जेल से निकलने के बाद एकबार फिर भ्रम की राजनीति प्रारंभ कर दी है, लेकिन उन्हें अब इसका पता होना चाहिए कि अब वह दौर चला गया।
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भाजपा नेता ने कहा, दो पिछले वर्ष देष में कोरोना ने दस्तक दी और एक साल के अंदर राजग की सरकार में वैज्ञानिकों ने अपने अथक परिश्रम कर कोरोना वैक्सीन का टीका उपलब्ध करवा दिया। इस टीका के लिए राजद सहित तमाम विपक्षी दलों ने कई भ्रांतियां फैलाने की कोशिश की, लेकिन जनता आप सभी को पहचान चुकी है।