कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उम्मीदवार सांसद शशि थरूर ने मल्लिकार्जुन खड़गे की दावेदारी को ‘नई सोच vs यथास्थिति’ का चुनाव करार दिया है। नामांकन दाखिल करने के बाद आज थरूर ने कहा कि उनके पास पार्टी को मजबूत करने का विजन है, जो बदलाव लाएगा। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मल्लिकार्जुन खड़गे से मुकाबले के सवाल पर कहा कि वह कांग्रेस के ‘भीष्म पितामह’ हैं। पार्टी अध्यक्ष पद के लिए खड़गे ने भी आज ही नामांकन भरा। थरूर ने आगे यह भी कह दिया कि अगर लोग यथास्थिति ही चाहते हैं तो खड़गे को वोट दें। उन्होंने इशारों में कहा कि खड़गे को गांधी परिवार का समर्थन है।
खड़गे उसी ढर्रे पर चलेंगे? थरूर का इशारा
तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने पत्रकारों से कहा, ‘यह एक दोस्ताना मुकाबला है। हम कोई दुश्मन या प्रतिद्वंद्वी नहीं हैं। मैं उनका अनादर नहीं करता, लेकिन अपने विचार व्यक्त करूंगा।’ थरूर ने खड़गे (80) को निरंतरता बनाए रखने वाला उम्मीदवार करार दिया। उनका इशारा इस बात की ओर था कि कर्नाटक के नेता खड़गे गांधी परिवार की पंसद हैं।
यथास्थिति चाहतें हैं तो खड़गे को वोट दें…
थरूर ने कहा कि उन्हें यथास्थिति बनाए रखने को लेकर पार्टी की सोच पर कोई आश्चर्य नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यदि आप यथास्थिति बनाए रखना चाहते हैं तो खड़गे जी को वोट दें। अगर आप 21वीं सदी के नजरिए से बदलाव और विकास चाहते हैं तो मैं उम्मीद करता हूं कि मैं वह बदलाव ला पाऊंगा।’
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मेरा पास विजन है: थरूर
थरूर ने हिंदी भाषा के विस्तार पर भी बात की। थरूर और खड़गे दोनों दक्षिण भारत से नाता रखते हैं, जबकि पार्टी के अधिकतर प्रतिनिधि जो चुनाव में मतदान करेंगे, वह हिंदी भाषी राज्यों से हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे पास कांग्रेस के लिए एक दृष्टिकोण है और मैं इसे 9,000 से अधिक प्रतिनिधियों के साथ साझा करूंगा और उनका समर्थन मांगूंगा। मेरा नामांकन पत्र मुझे मिले व्यापक समर्थन को दर्शाता है। मेरे नामांकन पर एक दर्जन राज्यों के पार्टी कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर किए हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम कांग्रेस को मजबूत करने और देश को आगे ले जाने की उम्मीद करते हैं।’