केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली सरकार की ‘घर-घर राशन योजना’ पर रोक लगाने पर सीएम केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें केजरीवाल ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में अगले हफ्ते से घर-घर राशन पहुंचाने का काम शुरू होने वाला था। लेकिन केंद्र ने हमें ये कहकर रोक दिया कि हमने उनसे मंजूरी नहीं ली। जबकि हमने केंद्र से पांच बार मंजूरी मांगी थी
हम केंद्र से कोई विवाद नहीं चाहते- सीएम
सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम केंद्र से कोई विवाद नहीं चाहते थे, इसलिए अनुमति मांगी। अगर देश में पिज्जा की डिलीवरी हो सकती है तो राशन की होम डिलिवरी क्यों नहीं हो सकती ? केजरीवाल ने कहा कि आप राशन माफिया के साथ खड़े होंगे तो 70 लाख गरीबों के साथ कौन खड़ा होगा ? उन गरीबों का क्या होगा जिनका राशन ये राशन माफिया चोरी कर लेते हैं।
प्लीज ये योजना लागू कर दीजिए- सीएम
सीएम ने कहा कि केंद्र के अधिकारी कह रहे हैं कि ये राशन केंद्र का है तो दिल्ली क्रेडिट क्यों ले रही है? सीएम ने कहा मैं क्रेडिट नहीं ले रहा हूं, प्लीज ये योजना लागू कर दीजिए। दुनिया से कहूंगा कि मोदी जी ने योजना लागू की। ये राशन ना आम आदमी पार्टी का है, ना भाजपा का। ये राशन इस देश के लोगों का है और इस राशन की चोरी रोकने की जिम्मेदारी हम दोनों की है।
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क्या है ‘घर-घर राशन’ योजना ?
दरअसल इस योजना के तहत हर राशन लाभार्थी को 4 किलो गेहूं का आटा, 1 किलो चावल और चीनी घर पर पहुंचाया जाता है। योजना के तहत अब तक बांटे जा रहे गेहूं की जगह आटा दिया जा रहै है। और चावल को साफ किया जाता है ताकि राशन को साफ-सुथरा पैक किया जा सके।