लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार हुए मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी तक फरार है। विकास दुबे के उत्तराखंड में घुसने की चर्चा है। खबरों की मानें तो हरिद्वार के पड़ोसी जनपद बिजनौर में विकास दुबे को काले रंग की स्कॉर्पियो में देखा गया था, लेकिन वो बिजनौर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
आरोपी विकास दुबे पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए फरार चल रहे विकास की बहु, पड़ोसी और एक घरेलू नौकरानी को गिरफ्तार किया है। नौकरानी पर आरोप है कि घटना वाली गुरुवार की रात वो विकास को मदद पहुंचा रही थी।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक तीनों की पहचान शमा, सुरेश वर्मा और रेखा के रूप में हुई है। इस मामले में पुलिस पहले कुछ गिरफ्तारियां कर चुकी है। तीनों पर दबिश के दौरान बदमाशों को पुलिस कर्मियों के मूवमेंट की सूचना देने और हत्या करने के लिए उकसाने का आरोप है।
उनके खिलाफ साजिश रचने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान ये तीनों विकास दुबे को पुलिसकर्मियों की लोकेशन के बारे में सारी जानकारी दे रहे थे।
विकास अभी हत्थे नहीं चढ़ा है उसे दबोचने के लिए पुलिस की टीमें छापे मार रही हैं। यूपी पुलिस उसकी तलाश में चप्पे-चप्पे पर निगरानी में लगी है। यूपी की पुलिस उसे बिजनौर में तलाश रही है। इसी कारण यूपी के अधिकारियों के कहने पर उत्तराखंड के कई जिलों को अलर्ट किया गया है।
आरोपी विकास के बारे में सुराग पाने के लिए पुलिस ने उसके सिर पर घोषित इनाम की राशि 50 हजार रुपए से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दी है। वहीं मुठभेड़ में शहीद हुए आठ पुलिस जवानों के परिवार को जिले पुलिसकर्मी और अधिकारी एक दिन वेतन देंगे।
उत्तर प्रदेश की पुलिस तीन जुलाई की रात दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर दबिश देने गई लेकिन इस रेड की जानकारी दुबे को पहले हो गई। विकास ने अपने करीब 40 से 50 गुर्गों को इकट्ठा किया और पुलिस टीम के वहां पहुंचते ही उन पर हमला कर दिया। इस हमले में 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई।