ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाज़ी के आगे भारतीय शीर्ष बल्लेबाजों ने टेके घुटने, हार की कगार पर पहुंचा भारत

ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन तीनों सत्रों में दबदबा बनाते हुए भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया। ट्रैविस हेड ने शानदार शतक जमाकर ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को 157 रनों तक पहुंचाया और फिर गेंदबाजों ने 5 विकेट चटकाकर भारत की दूसरी पारी को एडिलेड ओवल में दूसरे दिन के अंत तक कमजोर स्थिति में पहुंचा दिया है।

जब अंपायरों ने दिन का खेल समाप्त घोषित किया तो भारत 29 रन से पीछे था और उसके पास केवल पांच विकेट थे। पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने शाम के सत्र में दो-दो विकेट चटकाए और भारत के शीर्ष क्रम को ध्वस्त कर दिया तथा ऑस्ट्रेलिया को तीसरे दिन से पहले श्रृंखला बराबर करने के लिए मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।

ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाज़ी के आगे बेबस दिखे भारतीय बल्लेबाज

मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह ने चार-चार विकेट चटकाकर ऑस्ट्रेलिया को 337 रनों पर समेट दिया, लेकिन 157 रनों की बढ़त ने आखिरी सत्र में मेहमान टीम पर दबाव बना दिया। ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाज़ी तिकड़ी ने नई गुलाबी गेंद से खुद को साबित किया और स्विंग और सीम से भारत के शीर्ष क्रम को परेशान किया।

इससे पहले दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने 86/1 से आगे खेलना शुरू किया और मार्नस लाबुशेन और नाथन मैकस्वीनी ने पारी की शुरुआत की। बुमराह ने मैकस्वीनी और स्टीव स्मिथ को जल्दी-जल्दी आउट करके भारत को बढ़त दिलाने की उम्मीद जगाई, लेकिन ट्रैविस हेड ने अपने घरेलू मैदान पर कुछ अलग ही योजना बनाई थी।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से ट्रेविस हेड रहे शीर्ष स्कोरर

हेड और लैबुशेन ने चौथे विकेट के लिए 65 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में बढ़त दिलाई। हेड ने जोखिम भरा और आक्रामक क्रिकेट खेलने से खुद को नहीं रोका और सिर्फ़ 111 गेंदों में अपना सबसे तेज़ डे-नाइट टेस्ट शतक का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

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हेड ने 141 गेंदों पर 140 रन बनाकर शीर्ष स्कोर बनाया, जो ऑस्ट्रेलिया के कुल स्कोर 337 और बढ़त 157 तक ले जाने के लिए पर्याप्त था। लाबुशेन ने 141 गेंदों पर 64 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली।