सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का आरोप झेल रही मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाने के अंतर्गत खुब्बापुर गांव में नेहा पब्लिक स्कूल की शिक्षिका ने पोस्को कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया है। हालांकि इस आत्मसमर्पण के बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है। उस पर स्कूल में अन्य छात्रों से मुस्लिम लड़के को थप्पड़ मारने के लिए उकसाने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसे आरोप लगे हैं। यह जानकारी बीते शुक्रवार को एक अधिकारी द्वारा प्राप्त हुई।
पोक्सो अदालत ने मंजूर की जमानत
मिली जानकारी के अनुसार, तृप्ता त्यागी पिछले वर्ष एक वीडियो में बच्चों से एक लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कहती नजर आईं थीं, जिस स्कूल में वह पढ़ाती थीं।
अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (पोक्सो) अलका भारती ने गुरुवार को उनकी जमानत मंजूर कर ली और उन्हें 25-25 हजार रुपये की दो जमानतें पेश करने का आदेश दिया। उन्होंने मामले की अगली सुनवाई शनिवार को तय की।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी थी जमानत याचिका
त्यागी के वकील कपिल अहलावत ने बताया कि त्यागी ने गुरुवार को विशेष पोक्सो अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था और नियमित जमानत मांगी थी। 23 नवंबर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उन्हें दो सप्ताह के भीतर आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था।
अभियोजन पक्ष के अनुसार, त्यागी पर जानबूझकर चोट पहुंचाने, अपमान करने, दुर्भावनापूर्ण कृत्य करने तथा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से मामला दर्ज किया गया है। पिछले वर्ष उन पर किशोर न्याय अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।
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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
23 अगस्त 2023 को सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो के अनुसार, त्यागी ने अपने छात्रों को एक मुस्लिम लड़के को थप्पड़ मारने का निर्देश दिया और मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत खुब्बापुर गांव में नेहा पब्लिक स्कूल में सांप्रदायिक टिप्पणी की। इस घटना की राजनीतिक दलों सहित सभी ओर से निंदा की गई। इस मामले के संबंध में शिक्षा विभाग ने स्कूल को नोटिस जारी किया है।