भारतीय वायुसेना दिवस : शौर्य और सेवा का नौ दशक लंबा सफर

भारतीय वायुसेना दिवस : शौर्य और सेवा का नौ दशक लंबा सफर

हर साल 8 अक्तूबर को मनाए जाने वाले भारतीय वायुसेना दिवस पर पूरा देश उन बहादुर जवानों को सलाम करता है जो आसमान में तिरंगे की शान बनकर मातृभूमि की रक्षा करते हैं। 8 अक्तूबर 1932 को स्थापित भारतीय वायुसेना आज दुनिया की सबसे ताकतवर वायुसेनाओं में शुमार है। नौ दशकों के इस सफर में वायुसेना ने जंग के मैदान में अपनी दिलेरी के झंडे गाड़े हैं और शांति के समय में भी इंसानियत की खिदमत में सबसे आगे रही है।

युद्ध में अदम्य साहस

 

भारतीय वायुसेना का योगदान सिर्फ युद्ध तक सीमित नहीं है, लेकिन युद्ध के मैदान में इसकी जांबाजी बेमिसाल रही है।1947 के भारत-पाक युद्ध से लेकर 1962 की चीन से जंग, 1965 और 1971 की लड़ाइयों में वायुसेना ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए।1971 के युद्ध में हवाई श्रेष्ठता हासिल करके बांग्लादेश की आजादी में निर्णायक योगदान दिया।1999 के कारगिल युद्ध में ऑपरेशन सफेद सागर के दौरान ऊंचे पहाड़ों पर भी हमारे वायुसैनिकों ने अत्याधुनिक तकनीक और बेमिसाल हौसले से दुश्मन को धूल चटाई।

मानवीय सहायता में अग्रणी भूमिका

 

जंग के अलावा भारतीय वायुसेना ने इंसानी मदद के कामों में भी लाजवाब योगदान दिया है।2013 में उत्तराखंड में आई भीषण बाढ़ के वक्त ऑपरेशन राहत चलाकर हजारों फंसे हुए लोगों को बचाया गया।2015 में नेपाल में आए भूकंप के बाद ऑपरेशन मैत्री और 2023 में तुर्की के भूकंप में भी वायुसेना ने फौरन मदद पहुंचाई।कोरोना महामारी के दौरान ऑपरेशन संजीवनी के तहत मालदीव में जरूरी दवाइयां पहुंचाने से लेकर देशभर में मेडिकल उपकरणों की सप्लाई तक, वायुसेना ने अपने मानवीय जज्बे का सबूत दिया।

ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद पर करारा प्रहार

 

अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पंजाब प्रांत में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह ऑपरेशन इतना कारगर रहा कि भारत के हमले से पाकिस्तान का मुरीदके एयरबेस बुरी तरह तबाह हो गया। वायुसेना ने बेहद सटीकता और पेशेवर तरीके से अपना काम अंजाम दिया।

यह अभियान सिर्फ आतंकी ठिकानों को नष्ट करने तक सीमित नहीं था, बल्कि इसने पूरी दुनिया को भारत की सैन्य क्षमता और दृढ़ संकल्प का संदेश दिया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना के जवानों ने अद्भुत वीरता और साहस का प्रदर्शन किया, जिसके चलते इस साल का 93वां वायुसेना दिवस इन्हीं शूरवीरों को समर्पित किया जा रहा है।