कर्नाटक में पूर्ण बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक दल की आज बैठक होगी. मीटिंग में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना जाएगा. विधायक दल का नेता ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं. ये दोनों ही नेता गांधी परिवार और कांग्रेस आलाकमान के करीबी के साथ-साथ राज्य के सबसे सीनियर नेता हैं. सिद्दारमैया 9वीं बार विधायक बने हैं तो डीके शिवकुमार 8वीं बार विधानसभा पहुंचने में कामयाब हुए हैं. सिद्दारमैया को राहुल गांधी तो शिवकुमार को प्रियंका गांधी वाड्रा का करीबी माना जाता है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी कर्नाटक से ही आते हैं. इसलिए नए मुख्यमंत्री के लिए उनकी राय भी काफी महत्वपूर्ण रहेगी.
चुनाव के नतीजे आने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा कि पार्टी रविवार को शाम साढ़े पांच बजे विधायक दल की बैठक करने जा रही है. उन्होंने कहा, “व्यक्ति पूजा की कोई गुंजाइश नहीं है. पार्टी सर्वोच्च है. यह सिद्दारमैया या शिवकुमार की जीत नहीं है. यह वह परिणाम है जो भारत को एकजुट करेगा.
प्रेस कांफ्रेस में पूर्व सीएम सिद्दारमैया ने कहा कि यह सात करोड़ कन्नडिगों की जीत है, न कि केवल कांग्रेस की. उन्होंने कहा, “जब भी भाजपा और (जद-एस नेता एच.डी.) कुमारस्वामी ने राज्य में शासन किया, उनके लिए स्थिर सरकार देना संभव नहीं था.. लोगों ने बदलाव लाने का फैसला किया है.
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कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, विधायक दल की बैठक में इस बात पर सहमति बनेगी कि मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगा. बैठक में पार्टी आलाकमान के पर्यवेक्षक भी मौजूद रहेंगे. सूत्रों ने बताया कि पार्टी सरकार में उपमुख्यमंत्री के दो से तीन पद सृजित करने पर विचार कर रही है. नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों के लिए बेंगलुरु के दो शीर्ष निजी होटलों में कमरे बुक किए गए हैं. नवनिर्वाचित विधायकों को राज्य की राजधानी में पहुंचने को कहा गया है.