कानपुर। कानपुर पुलिस का नाम जुबान पर आते ही तमाम तरह की नकारात्मक छवि उभरकर आपके सामने आती होंगी। हालांकि इन सब के परे पुलिस का एक चेहरा ये भी है कि एक व्यक्ति सड़क पर कराह रहा था। यह देख एक दारोगा और सिपाही का दिल पसीज गया और मानवीय चेहरा दिखाते हुए उस व्यक्ति को नहला धुलाकर दवा भी दिलाई।
दरअसल, अपराधियों में भय पैदा करने वाली पुलिस ने कानपुर जनपद के जरीब चौकी में इंसानियत की मिसाल पेश की है। यहां सड़क के किनारे दर्द से कराह रहे विक्षिप्त इंसान को दरोगा और कांस्टेबल गोद में उठाकर पार्क में ले गए। उसके जख्मों में दर्द की दवा लगाई। सिर के बाल कटवाने के बाद नए कपड़े पहनाए और फिर भोजन कराया।
जरीब चौकी स्थित सड़क के किनारे विक्षिप्त इंसान रह रहा था। उसके शरीर पर जख्म के अलावा फोड़े थे। सोमवार की सुबह जख्मों के कारण वह दर्द से कराह उठा। राहगीर निकले, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। इसी दौरान दरोगा अपने साथी कांस्टेबल के साथ चौकी की तरफ से जा रहे थे। उनकी नजर विक्षिप्त इंसान पर पड़ी तो वह बाइक को रोक उसके पास पहुंच गए।
दरोगा विष्णु शर्मा और सिपाही ने विक्षिप्त इंसान के गोद में उठाया और पार्क में लेकर गए। दूसरे साथी कांस्टेबल को मौके पर दवा के साथ बुलाया। शरीर में दवा लगाई और नाई को बुलवाकर बाल कटवाए। बाजार से नए कपड़े और जूते खुद के पैसों से खरीदकर मंगवाए। विक्षिप्त इंसान को पहनाया। कांस्टेबल भोजन लेकर आया और दरोगा ने अपने सामने उसे भोजन करवाया। ये नजारा देख स्थानीय लोग भी पहुंच गए और खाकी की जमकर तारीफ करने लगे।
जरीब चौकी चौराहे थाना सीसामऊ पर ड्यूटी के दौरान एक विक्षिप्त बहुत ही दयनीय अर्धनग्न अवस्था में घूमते हुए मिला जिसके शरीर पर जगह जगह खुजाने से घाव हो गए थे, सालों से बाल न कटने से गंदगी और खुजली से उसके सर में भी बहुत सारे घाव थे जिस कारण वह बार बार अपने सिर को हाथ से पीट रहा था।
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दरोगा ने बताया कि विक्षिप्त को हम आज अस्पताल में भर्ती करवाएंगे। ठीक होने के बाद उसे वृद्धा आश्रृम लेकर जाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील की, सड़क के किनारे विक्षिप्त इंसान दिखें तो उनकी सहायता करें। पुलिस को सूचना देकर बुलवाएं और इलाज के लिए अस्पताल भिजवाएं। दरोगा ने कहा कि ये भी हमारी ड्यूटी है।