केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज से 2 दिवसीय बिहार के दौरे पर हैं। वह बिहार के सीमांचल इलाके में पहली बार ‘जन भावना महासभा’ को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह हेलिकॉप्टर के जरिए किशनगंज पहुचेंगे, जहां शाम 4 बजे के आसपास माता गुजरी विश्वविद्यालय में बिहार बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ वह बैठक करेंगे। किशनगंज में ही रुकने के बाद अगले दिन शनिवार को किशनगंज के प्रसिद्ध बूढ़ी काली मंदिर में पूजा भी करेंगे।
नीतीश कुमार के NDA छोड़ने और महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद गृहमंत्री अमित शाह की बिहार में यह पहली रैली है। इससे पहले भाजपा की बिहार इकाई ने एक नया नारा दिया है, जिसमें लोगों से राज्य के विकास के लिए के लिए भाजपा का समर्थन करने का आग्रह किया गया है। यह नारा है “आओ चले भाजपा के साथ, करें बिहार का विकास।”
दरअसल अमित शाह के इस दौरे से ठीक एक दिन पहले ही देश के 13 राज्यों में NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी किया है, जिसमें अब तक 106 लोगों को गिरफ्तार किया है। NIA की इस कार्रवाई में PFI के पूर्णिया कार्यालय में भी छापेमारी हुई है, ऐसे में जब गृहमंत्री बिहार के पूर्णिया से ही रैली को संबोधित करने वाले हैं तो आतंकवाद, अलगाववाद और घुसपैठ का भी अपने भाषण में जिक्र कर सकते हैं।
बिहार को विशेष दर्जा मिलेगा या नहीं?: उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव
राजद (राष्ट्रीय जनता दल) और जदयू (जनता दल यूनाइटेड) पहले ही सीमांचल क्षेत्र में होने जा रही अमित शाह की रैली पर सवाल उठाने लगे हैं। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि “अगर अमित शाह बिहार आ रहे हैं तो मैं पूछना चाहता हूं कि बिहार को विशेष दर्जा मिलेगा या नहीं? उनके बिहार दौरे का मकसद क्या है? वह मुसलमाओं और हिंदुओं को भड़काएंगे और कहेंगे कि बिहार में जगल राज है। इसको लेकर बीजेपी के ओर से रविशंकर प्रसाद ने जवाब देते हुए जमके निशाना साधा है।
2024 लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने पर रहेगा जोर
इस दौरे के जरिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का 2024 लोकसभा चुनाव से पहले अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी पार्टी को मजबूत करने पर जोर रहेगा। इस रैली के लिए बेगूसराय से पार्टी के तेजतर्रार सांसद गिरिराज सिंह को पूर्णिया और किशनगंज के जिलों के लिए प्रभारी बनाया गया है। इन रैलियों के जरिए अमित शाह का पूरा जोर 2024 लोकसभा चुनाव बीजेपी को मजबूत करना है।