जीएसटी राजस्व संग्रह ने मार्च महीने में तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड, जमा हुए लाखों करोड़

मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया माल एवं सेवा कर (जीएसटी) ने मार्च महीने में रिकार्ड तोड़ दिया है। दरअसल, जीएसटी का मार्च महीने में रिकॉर्ड संग्रह हुआ है। मार्च महीने में यह बढ़कर 1.23 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 27 फीसदी ज्‍यादा है। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को ट्वीट करके ये जानकारी साझा की है। 

राजस्व संग्रह को लेकर वित्त मंत्रालय ने दी जानकारी

वित्त मंत्रालय ने बताया कि जीएसटी राजस्व संग्रह पिछले 6 महीनों के दौरान एक लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा रहा है। इस अवधि में जीएसटी संग्रह में तेजी से बढ़ोतरी के रुझानों से कोविड-19 महामारी के बाद आर्थिक सुधार के स्पष्ट संकेत मिलते हैं।

वित्त मंत्रालय ने बताया कि सकल जीएसटी राजस्व मार्च 2021 में 1,23,902 करोड़ रुपये रहा, जिसमें केंद्रीय जीएसटी के 22,973 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी के 29,329 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी के 62,842 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर जमा 31,097 करोड़ रुपये सहित) और उपकर के 8,757 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर जमा 935 करोड़ रुपये सहित) शामिल हैं।

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वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि मार्च 2021 के दौरान जीएसटी राजस्व, जीएसटी की शुरुआत से सबसे ज्‍यादा है। मंत्रालय के मुताबिक पिछले 5 महीनों में जीएसटी राजस्व संग्रह की प्रवृत्ति के अनुरूप ही मार्च 2021 में राजस्व संग्रह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 27 फीसदी ज्‍यादा है। दरअसल ये बढ़ोतरी जीएसटी, आयकर और सीमा शुल्क आईटी प्रणाली सहित बहुपक्षीय स्रोतों से मिलने वाले डेटा का इस्तेमाल कर नकली-बिलिंग के खिलाफ निगरानी की गई है, जिसने राजस्व संग्रह में योगदान किया है।