जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग रोकने के लिए सरकार का बड़ा कदम, तैनात किए जाएंगे और 18 हजार CRPF जवान

जम्मू-कश्मीर के दो जिलों पुंछ और राजौरी में 18 हजार अतिरिक्त CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) जवानों की तैनाती की जाएगी। न्यूज एजेंसी के मुताबिक CRPF की 8 कंपनियां जल्द ही जम्मू-कश्मीर के नजदीकी स्थानों से तैनात की जाएंगी, जबकि 10 कंपनियां दिल्ली से भेजी जा रही हैं। केंद्र सरकार ने यह फैसला हाल ही में राजौरी जिले में हुए आतंकी हमलों के बाद लिया है, जिसमें आतंकियों ने टारगेट किलिंग के जरिए 6 लोगों की हत्या कर दी थी। इसके साथ ही न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि गृह मंत्रालय को हाल ही में आतंकी हमलों को लेकर इनपुट मिला है, जिसके देखते हुए सरकार ने घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी है। रक्षा मामलों के जानकारों के मुताबिक CRPF की 9 कंपनियां पहले ही राजौरी पहुंच चुकी हैं वहीं बाकी सैनिक जल्द ही जम्मू-कश्मीर पहुंच जाएंगे।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के डांगरी गांव में रविवार शाम और सोमवार सुबह हुए दो अलग-अलग आतंकी हमलों में दो बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। रविवर शाम से आतंकियों द्वारा किए गए दो आतंकी हमलों में करीब एक दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है, जिनका इलाज जम्मू के अस्पताल में इलाज चल रहा है।

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आतंकियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को दी गई है पूरी आजादी

इस आतंकी हमले के बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर ने मनोज सिन्हा ने कहा था कि “यह एक बहुत ही दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण हमला है। केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार का आतंकवाद का सफाया करने का संकल्प लिया है। हालांकि मौतों की भरपाई नहीं की जा सकती है लेकिन मैं मारे गए लोगों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन देता हूं। हमने सुरक्षा बलों को पूरी आजादी दी है और मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस हमले के दोषियों को जल्द सजा दी जाएगी।” इसके साथ ही मनोज सिन्हा ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा और नौकरी देने का वादा किया है। वहीं घायल हुए 15 लोगों को 1-1 लाख रुपए देने का ऐलान किया है।