जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ शनिवार(25 फरवरी) को अपनी दो दिनी महत्वपूर्ण यात्रा पर भारत पहुंचे। इस विजिट के दौरान दोनों देशों के बीच न्यू टेक्नोलॉजी, क्लीन एनर्जी और ट्रेड-इन्वेस्टमेंट सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में ओवर द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करने की उम्मीद है। इस मौके पर जर्मन चांसलर ने कहा कि वे जर्मनी और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि वह मोदी के साथ उन मुद्दों पर भी बातचीत करेंगे, जो दोनों देशों के डेवलपमेंट के लिए लाजिमी हैं।

इससे पहले दिसंबर 2021 में जर्मन चांसलर बनने के बाद ओलाफ शोल्ज की यह पहली भारत यात्रा है। 16 नवंबर, 2022 को पीएम मोदी और चांसलर शोल्ज़ ने G 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर इंडोनेशियाई रिज़ॉर्ट शहर बाली में द्विपक्षीय वार्ता की थी। दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक मोदी की बर्लिन यात्रा के दौरान 2 मई, 2022 को छठे भारत-जर्मनी इंटरगवर्नमेंटल कंसल्टेशन (IGC) के लिए हुई थी।
शोल्ज ने कहा-भारत और जर्मनी का बहुत ही अच्छा संबंध है और हम आशा करते हैं कि हम इस संबंध को और मजबूत कर सकें, हम अपने देशों के विकास और दुनिया में शांति हो इन सभी पर गहन चर्चा करेंगे।
बता दें कि भारत और जर्मनी एक स्ट्रांग इकोनॉमिक पार्टनरशिप करते हैं। जर्मनी यूरोपीय संघ में भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। वह भारत के टॉप 10 ग्लोबल ट्रेड पार्टनर्स में भी है। साथ ही भारत में सबसे बड़े फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टर्स में से एक है।
मीटिंग के दौरान पीएम मोदी और चांसलर शोल्ज़ 6th इंटरगवर्नमेंटल काउंसलेशन (आईजीसी) के प्रमुख परिणामों को जाचेंगे-परखेंगे। दोनों नेता सिक्योरिटी और डिफेंस कार्पोरेशन को मजबूत करेंगे। निकट आर्थिक संबंधों की दिशा में काम करेंगे और टैलेंट की मोबिलिटी को लेकर संभावनाओं को आगे बढ़ाएंगे।
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नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में एक औपचारिक कार्यक्रम के दौरान शोल्ज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया। इस मौके पर शोल्ज़ ने पीएम मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों और मंत्रियों से मुलाकात की।
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