बागपत। राष्ट्रीय लोक दल पार्टी (रालोद) के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह शनिवार को श्री जवाहर इंटर कॉलेज बामनोली में सम्राट सलक्षण पाल सिंह की जयंती पर आयोजित किसान पंचायत में पहुंचे।
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कृषि कानून को लेकर भाजपा सरकार पर हमला निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कृषि कानून लागू हुआ तो किसानों की जमीन बिक जाएगी। किसान एक बार फिर गुलाम हो जाएगा। भाजपा सरकार सिर्फ सपने दिखाती है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसानों को अभी तक गन्ना का भुगतान नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने शुगर मिलों को जब्त करने का कानून बनाया था। इस कानून को 2014 में भाजपा सरकार ने समाप्त कर दिया। प्रधानमंत्री गरीबों और किसानों के नहीं, पूंजीपतियों के हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य एफसीआई किसानों को देती थी। अब एफसीआई को दिवालिया कर दिया गया है।
श्री चौधरी ने कहा कि भंडारण का काम अंडानी की कंपनी कर रही है। बिहार में न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म कर दिया गया। इसी कारण वहां के किसान की आमदनी देश में सबसे कम है। इस सरकार ने किसान को कर्जदार कर दिया है। किसानों को मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। आपसी मतभेद भूलाकर किसान को एकजुट होना होगा।
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह भाजपा के मंत्रियों सांसद व विधायकों से किसानों के बीच जाकर उन्हें समझाने की बात कह रहे हैं। इन सभी का बहिष्कार कर दो। इंडियन लोकदल के अध्यक्ष व पूर्व विधायक अभय चौटाला ने भी किसानों को एकजुट होने की अपील की।