बीते दिन गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा का असर पर कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन पर पड़ता नजर आ रहा है। दरअसल, दिल्ली में हुई ट्रैक्टर रैली हिंसा के बाद किसान आंदोलन में फूट पड़ गई है। ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष वीएम सिंह ने खुद को इस आंदोलन से अलग कर लिया है। किसान नेता ने आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया है।
किसान नेता ने भाकियू अध्यक्ष पर साधा निशाना
किसान नेता वीएम सिंह ने कहा है कि उन्होंने ये आंदोलन किसानों की मांगो लेकर लेकर शुरू किया था, लेकिन अब इसका रूप बदल चुका है। इसीलिए अब इन लोगों का साथ नहीं देना चाहते हैं। वीएम सिंह ने इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत पर भी जमकर हमला बोला।
किसान नेता वीएम सिंह ने राकेश टिकैत पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने सरकार के सामने किसानों के हित में कोई बात नहीं उठाई। हम सिर्फ समर्थन देते रहे और कोई वहां नेता बनते रहे, ये हमारा काम नहीं है। मैं बड़े दर्द से कहता हूं कि आंदोलन खड़ा करने का काम वीएम सिंह का था। हम इसलिए नहीं आए थे कि देश को अपने आप को और 26 जनवरी को बदनाम करें। हम इसलिए आए हैं क्योंकि जब वापस जाएं तो धान का पूरा रेट मिले, गन्ने का रेट मिले, एमएसपी मिले।
वीएम सिंह ने कहा कि हमारे सभी साथी आज-कल में यहां से निकल जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर हिंदुस्तानी को ये फैसला लेना होगा कि कोई ऐसी चीज न हो, जिसमें आंदोलन को ठेस पहुंचे, जिसमें किसान और हिंदुस्तान को ठेस पहुंचे। मैंने अपने साथियों के साथ चार मीटिंग की हैं, जिसके बाद राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने ये फैसला लिया।
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किसान नेता वीएम सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों को कहना चाहता हूं कि जितना इस साल धान बिका है, उससे दोगुना अगले साल बिकेगा। इसके लिए लगातार संघर्ष जारी रहेगा।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि अभी आंदोलन खत्म किया जा रहा है लेकिन कृषि कानूनों का विरोध आगे जारी रहेगा। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि मैं कल (26 जनवरी) की घटना से इतना दुखी हूं कि इस समय मैं चिल्ला बॉर्डर से घोषणा करता हूं कि पिछले 58 दिनों से भारतीय किसान यूनियन (भानु) का जो धरना चल रहा था उसे खत्म करता हूं।
आपको बता दें कि बीते दिन हुए ट्रैक्टर रैली हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने कई किसान नेताओं पर भी एफआईआर दर्ज की है। इनमें किसान नेता राकेश टिकैत, डॉ.दर्शनपाल, जोगिंदर सिंह, बूटा सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल और राजेंद्र सिंह का नाम भी शामिल है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान इन नेताओं की ओर से नियमों का उल्लंघन किया गया। आपको बता दें कि ये सभी नेता किसान संगठनों से जुड़े हैं, सरकार संग बातचीत हो या ट्रैक्टर परेड का रुट तय करना सभी में इनकी अहम भूमिका रही है। शाम चार बजे दिल्ली पुलिस हिंसा को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।