चुनाव आयोग को विशेष पर्यवेक्षकों की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट में नंदीग्राम में ममता बनर्जी के घायल होने के मामले को लेकर किसी तरह के हमले या साजिश से इनकार किया है। विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और विवेक दुबे ने रिपोर्ट में पूर्वी मेदिनीपुर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट तथा वीडियो फुटेज के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है।
सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि मुख्यमंत्री की ओर से बार-बार अपने तय कार्यक्रम में किए गए बदलाव से सुरक्षा संबंधी व्यवस्था और समन्वय में कमी के चलते दुर्घटना हुई। जिस स्थान पर मुख्यमंत्री घायल हुई, वहां के सुरक्षा संबंधी प्रोटोकॉल को नजरअंदाज किया गया।
रिपोर्ट में सिक्योरिटी डायरेक्टर पर सख्त कार्रवाई की सिफारिश की गई है। साथ ही ईस्ट मेदिनीपुर के जिलाधिकारी विभु गोयल और एसपी प्रवीण प्रकाश को हटाने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि दुर्घटना के समय मुख्यमंत्री के लिए बनी बुलेट प्रुफ गाड़ी में विवेक सहाय बैठे हुए थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नंदीग्राम के बिरुलिया बाजार में लोगों की भीड़ से जुड़ने की कोशिश में घायल हुई। इसमें रिटर्निंग ऑफिसर ने मुख्यमंत्री के काफिले पर किसी तरह के व्यक्तिगत हमले का कोई जिक्र नहीं किया है।
इसमें इस बात का जिक्र है कि मामले की तफ्तीश अभी भी जारी है। इस संबंध में विशेष पर्यवेक्षकों ने पश्चिम बंगाल के गृह सचिव और डीजीपी की एक समिति बनाकर मुख्यमंत्री को सुरक्षा प्रदान करने वाले कर्मियों पर जांच की सिफारिश की है। नंदीग्राम के पूरे मामले में अबतक चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल प्रशासन और दो विशेष पर्यवेक्षकों की ओर से रिपोर्ट प्राप्त हुई है।
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चुनाव आयोग ने शुक्रवार को राज्य प्रशासन की ओर से प्राप्त रिपोर्ट को अधूरा बताया था और विस्तृत जानकारी मांगी थी। वहीं दूसरी ओर विशेष पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट शनिवार को चुनाव आयोग को सौंपा है।