सनातन धर्म में शंख क्यों बजाया जाता है, क्या आप जानते हैं… यहां पढ़ें कारण

नई दिल्ली : हिंदू धर्म में पूजा के दौरान शंख का विशेष महत्व है. घरों में पूजा के बाद शंख बजाना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि घर में पूजा के दौरान शंख बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. शंख की ध्वनि शुभता को दर्शाती है. हिन्दू पूजा-पद्धति में शंख बजाया जाता है. भगवान विष्णु (Lord Vishnu) जी के हाथों में भी शंख है, जिसका नाम पांचजन्य है. ब्रह्मवैवर्त पुराण में शंख के महत्व को बताते हुए कहा गया है कि शंख में जल रखने और इसे छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है. अर्थात शंख धार्मिक, वैज्ञानिक और स्वास्थ्य के रूप (Benefits Of Blowing Conch Shell) से बेहद ही महत्वपूर्ण है.

वैदिक कर्म कर्मकांड के तहत पूजा-पाठ में शंख का विशेष महत्व माना गया है. इसकी ध्वनि से न केवल आस-पास का वातावरण पवित्र होता है, बल्कि इसे रखने मात्र से ही तमाम तरह की बीमारियां भी दूर होती हैं. पूजा घर में शंख रखना और बजाना युगों-युगों से चला आ रहा है. सिर्फ पूजा-अर्चना के दौरान ही शंख का इस्तेमाल नहीं किया जाता. बल्कि इसे घर पर रखने के भी कई लाभ हैं.  शंख के कई फायदे हैं सिर्फ पूजा पाठ में ही नहीं, बल्कि हमारी सेहत और धन से भी जुड़े हैं. शंख की उत्पत्ति सुमद्र मंथन के दौरान हुई थी. इसे घर में रखने से घर में मौजूद वास्तु दोष का नाश होता है.

शंख की ध्वनि शुभता को दर्शाती है. हिन्दू पूजा-पद्धति में शंख बजाया जाता है. भगवान विष्णु जी के हाथों में भी शंख है, जिसका नाम पांचजन्य है. ब्रह्मवैवर्त पुराण में शंख के महत्व को बताते हुए कहा गया है कि शंख में जल रखने और इसे छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है. वैदिक कर्म कर्मकांड के तहत पूजा-पाठ में शंख का विशेष महत्व माना गया है. इसकी ध्वनि से न केवल आस-पास का वातावरण पवित्र होता है, बल्कि इसे रखने मात्र से ही तमाम तरह की बीमारियां भी दूर होती हैं.

धार्मिक दृष्टि से शंख के चमत्कारिक फायदे

– धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी दोनों ही शंख धारण करते हैं. कहते हैं कि जिस घर में शंख होता है, वहां इन दोनों भगवान की कृपा रहती है.

– कहते हैं कि माता लक्ष्मी को शंख बेहद प्रिय हैं. अतः धनवान बनने के लिए शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी की पूजा करने के बाद शंख बजाने से घर में सुख-समृद्दि आती है.

– मान्यता है कि शंख में जल भरकर माता लक्ष्मी और शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

– घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए शंख में जल भरकर पूरे घर में छिड़कने से फर्क दिखता है.

– कहते हैं कि शंख बजाने से फेफडों में मजबूती आती है. अस्‍थमा के मरीज को नियमित रूप से शंख बजाने से लाभ दिखेगा.

– इतना ही नहीं, हड्डियों संबंधी समस्‍या से पीड़ित लोगों को शंख में रखा हुआ पानी पीना चाहिए. ऐसा करने से बहुत राहत मिलती है. कहते हैं कि इस पानी में कैल्श‍ियम, फास्फोरस और गंधक होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है.

– ऐसी भी मान्यता है कि जिन घरों में वास्‍तु दोष मौजूद होते हैं, वहां नियमित रूप से शंख बजाने से वास्‍तु दोष नष्‍ट होते हैं. और लोगों के सुख में वृद्धि होती है.

– धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि जिस घर में शंख होता है वहां लक्ष्मी जी का वास होता है. शंख को लक्ष्मी जी का भाई बताया गया है. क्योंकि शंख की उत्पत्ति लक्ष्मी जी की तरह उत्पन्न हुई थी. शंख की गिनती समुद्र मंथन से निकले चौदह रत्नों में होती है.

स्वास्थ्य दृष्टि से शंख के चमत्कारिक फायदे

– फेफड़े बनाएं मजबूत

कोरोना काल में फेफड़ों को मजबूत रखने के लिए प्रतिदिन 2 से 3 मिनट शंख जरूर बजाना चाहिए. शंखनाथ से फेफड़ों को मजबूती मिलने के साथ ही उनकी कार्य क्षमता भी बढ़ जाती है.

– बैक्टीरिया हो जाते हैं साफ

शंखनाद से निकलने वाली ध्वनि से वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया साफ हो जाते हैं. इससे हवा भी शुद्ध हो जाती है.

– आंखें बनती हैं मजबूत

रातभर शंख में पानी रखकर सुबह उस पानी को आंखों में डालने से ड्राई आई सिंड्रोम, सूजन, आंखों में इंफेक्‍शन आदि समस्याएं दूर हो जाती हैं.

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– स्किन के लिए फायदेमंद

कैल्शियम, गंधक और फॉस्फोरस की भरपूर मात्रा होती है. शंख में रातभर पानी भरकर सुहर उस पानी से चेहरा धोने से स्किन की बीमारियां दूर होती हैं.