मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के दौरे को सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि 21 वर्षों से उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के बीच चल रही परिसंपत्तियों का विवाद निपट गया है। समझौते के मुताबिक उत्तर प्रदेश परिवहन निगम उत्तरांचल परिवहन निगम को 205 करोड़ की लंबित देनदारी का भुगतान करेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड का बड़े भाई-छोटे भाई का रिश्ता है।
चंपावत जाने से पहले पंतनगर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सह्रदयता के कारण उत्तर प्रदेश व उत्तरांचल के बीच लंबित मामलों का निस्तारण हो सका है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग से संबंधित 5700 हेक्टेयर भूमि तथा 1700 भवन हैं, सर्वे के उपरांत जिस भूमि व भवनों पर उत्तर प्रदेश का अधिकार होगा वह उन्हें मिल जाएंगी। बाकी पर उत्तरांचल का स्वामित्व हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरांचल परिवहन निगम को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम से 205 करोड़ रुपये का लंबित भुगतान मिलेगा। इसके अलावा किच्छा में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के बस स्टैंड की भूमि भी उत्तराखंड को मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि आवास विकास की परिसंपत्तियों में देनदारी तथा संपत्ति का 50-50 फीसदी बंटवारा किए जाने का भी निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला उधम सिंह नगर में नानक सागर, धोरा, बेगुल जलाशयों में साहसिक पर्यटन व वॉटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां शुरू की जाएंगी, जबकि बनबसा तथा किच्छा के क्षतिग्रस्त जलाशयों का उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग पुनर्निर्माण कराएगा।
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के बीच चल रहे कानूनी मुकदमों को भी वापस लिया जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद भी मौजूद थे। इससे पहले मुख्यमंत्री के पंतनगर पहुंचने पर भाजपा जिला अध्यक्ष शिव अरोरा, भाजपा नेता विकास शर्मा तथा जिला महामंत्री विवेक सक्सेना ने उनका स्वागत किया।