डेंगू रोकथाम के लिए बुखारवाले मरीजों का सर्वे किया जाएगा। इसके साथ ही, डेंगू के लक्षणों की पहचान के लिए संदिग्धता पर आधारित जांच की जाएगी। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने कल दिन में सर्विलांस के बाद डेंगू के प्रति तत्परता और सजगता बनाए रखने के सख्त आदेश दिए हैं।
उन्होंने इसके साथ ही बताया कि डेंगू संक्रमित रोगियों के लिए ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। डेंगू जांच केंद्रों में उपयुक्त सामग्री की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी, जैसे कि एलाइजा जांच किट आदि। डेंगू संक्रमित रोगियों के घर के आसपास यदि कोई भी क्लस्टरिंग पाई जाती है, तो तुरंत उनके लगभग 50 घरों और 500 मीटर क्षेत्र में लार्वा निषेध की कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें फॉगिंग, फोकल स्प्रे, स्पेस और सघन फीवर सर्विलांस शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी आपातकाल के लिए जिला स्तर पर जिला कार्ययोजना में भी डेंगू के लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया जाएगा। डेंगू काल नवंबर तक माना जाता है। इस दौरान टोल फ्री नंबर 104 पर डेंगू संबंधी सहायता मिलेगी। सचिव स्वास्थ्य ने स्पष्ट कहा कि अगर चेतावनी के बाद भी कहीं डेंगू मच्छर का लार्वा पनप रहा हो तो ऐसे संस्थानों पर आर्थिक दंड लगाया जाएगा। सभी विद्यालयों को भी सख्त आदेश जारी कर दिए गए हैं कि वे कहीं भी पानी एकत्र न होने दें। इसके साथ ही बच्चों को फुल बाजू की शर्ट, पैंट, लैगिंग, लंबी जुराब वाली ड्रेस पहनने का आदेश दिया गया है। सभी निकायों में विशेष योजना बनाकर फॉगिंग कराने को कहा गया है।
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