दिल्ली एक बार फिर आतंकी हमले के आए में है। दरअसल, दिल्ली में 26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस के मौके पर बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि खालिस्तानी और अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठन आतंकी हमले की राजिश भी रच रहे हैं। दिल्ली पुलिस की तरफ से बताया जा रहा है कि ये आतंकी संगठन दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन का सहारा ले सकते हैं।
दिल्ली में अवांछित गतिविधि कर सकते हैं आतंकी
एक समाचार पत्र के अनुसार, दिल्ली में कनॉट प्लेस के एसीपी सिद्धार्थ जैन ने बताया कि हमें इनपुट मिले हैं कि खालिस्तानी संगठन और अलकायदा अवांछित गतिविधि कर सकते हैं। इसको ध्यान में रखकर हमने कई कदम उठाए हैं। वांछित आतंकवादियों के पोस्टर भी चिपकाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि वैसे तो हर साल ही दिल्ली में 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे अहम अवसरों पर सुरक्षा के लिए चुनौतियां बढ़ जाती हैं। आतंकी हर बार बार इन अवसरों पर गड़बड़ी का मंसूबा पालते हैं, लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से वह इन्हें अंजाम नहीं दे पाते। लेकिन इस बार पुलिस के लिए चुनौती काफी बढ़ गई है। दिल्ली की सीमाओं पर बड़ी संख्या में किसानों का डेरा है। खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि आतंकी आंदोलन और भीड़ का फायदा उठाकर हमले की फिराक में हैं।
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गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली पुलिस ने दूसरे राज्यों और एनसीआर के पुलिस अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक की थी। अधिकारियों ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्तमान परिदृश्य और किसान आंदोलन से उत्पन्न परिस्थितियों में खुफिया और आतंकवाद से जुड़ी सूचनाओं को साझा करना था। दिल्ली के पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में फरीदाबाद, नोएडा और गुड़गांव के पुलिस आयुक्तों के अलावा मेरठ के एडीजीपी ने भी हिस्सा लिया।