उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गांव में पानी की मौजूदा आवश्यकता और खपत का खाका नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग तैयार करेगा। इसके साथ में 25 साल बाद गांवों में पानी की कितनी आवश्यकता होगी इसकी भी जानकारी जुटाएगा। भूगर्भ जल की स्थिति को लम्बे समय तक कैसे व्यवस्थित रखा जाएगा इसकी भी रिपोर्ट तैयार करेगा। ये निर्देश जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अपने जन्मदिन पर अधिकारियों को दिये। वे गोमतीनगर स्थित नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के कार्यालय में योजनाओं की समीक्षा करने पहुंचे थे।

जल शक्ति मंत्री ने सोमवार को अधिकारियों के साथ चली लम्बी बैठक में हर घर जल योजना की वर्तमान स्थिति का ब्योरा जानने के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से गांव-गांव में चलाए जा रहे जनजागरण कार्यक्रम की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि 25 साल बाद यूपी के गांव-गांव में भूगर्भ जल की स्थिति को व्यवस्थित करने के लिए क्या नए प्रयोग किये जा सकते हैं, इसकी भी चिंता की जाये। कैसे गांव के लोगों को जल संचयन की योजनाओं से जोड़ें इसके लिये अधिकारी गंभीरता के साथ जमीनी स्तर पर काम करें।
यह भी पढ़ें: यूपी बोर्ड परीक्षाएं 16 फरवरी से, कब आएगा एडमिट कार्ड, परीक्षा से पहले जान लें ये नियम
उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को पानी की उपयोगिता बताने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को गांवों के घर-घर तक जाकर लोगों को जल बचाने का संदेश देना होगा। प्रदेश में जल को बर्बाद न करने और जल का संरक्षण करने के लिये जागरूकता कार्यक्रम चलाने होंगे। स्कूली बच्चों को पानी बचाने के लिये प्रेरित करने पर भी जोर देना होगा। उन्होंने जन-जागरण महाभियान में सरकारी विभागों के साथ समाजसेवियों को भी जोड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine