चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए तारीख की घोषणा कर दी। वहीं कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं करने पर चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़े वादों और उद्घाटन करने के लिए अधिक समय मिले।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि उनकी पार्टी इस घटनाक्रम से हैरान नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जाहिर है ये प्रधानमंत्री को कुछ बड़े वादे करने और अधिक उद्घाटन करने के लिए अधिक समय देने के लिए किया गया है। ये हैरान करने वाला नहीं है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि गुजरात के चुनावों की तारीख दिवाली के बाद घोषित होंगीं। तब तक सरकारी खर्चे पर प्रधानमंत्री मोदी खूब जी भर कर प्रचार कर सकते हैं, साथ ही रेवड़ियां भी बांट सकते हैं! इससे पहले चुनाव आयोग ने घोषणा की कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 12 नवंबर को होगा और मतगणना 8 दिसंबर को होगी।
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गुजरात विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं करने के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि निर्णय लेने से पहले सम्मेलन, योग्यता तारीखों में अंतर और मौसम समेत अलग-अलग कारकों पर विचार किया गया था। साथ ही ये भी कहा कि कई राज्यों के चुनावों की घोषणा से परिणामों की घोषणा के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को होगा विधानसभा चुनाव
हिमाचल प्रदेश में चुनाव की अधिसूचना 17 अक्टूबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 25 अक्टूबर होगी। वहीं नामांकन पत्रों की जांच 27 अक्टूबर को होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 29 अक्टूबर होगी।
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