चुनाव आयोग के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर बुरे फंसे कांग्रेस नेता, भाजपा ने उठाया बड़ा कदम

कांग्रेस नेता भाई जगताप को चुनाव आयोग के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करना काफी महंगा पड़ रहा है। दरअसल, उनकी इस अभद्र टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा है।

चुनाव आयोग का अपमान बर्दाश्त नहीं: भाजपा नेता

इस बारे में जानकारी देते हुए किरीट सोमैया ने कहा कि मैंने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है और मुंबई पुलिस आयुक्त के समक्ष भी शिकायत दर्ज कराई है। इस तरह का अपमान, चुनाव आयोग जो एक संवैधानिक संस्था है, उसका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। भाई प्रताप के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।

किरीट सोमैया ने आगे कहा कि कांग्रेस चुनाव निकाय पर निशाना साध रही है क्योंकि वे मार्च 2025 में होने वाले स्थानीय निकाय मुंबई नगर निगम चुनावों से डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में, कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) हर कोई ईवीएम और चुनाव आयोग को निशाना बना रहा है क्योंकि हर कोई मार्च 2025 में होने वाले स्थानीय निकाय मुंबई नगर निगम चुनावों से डरता है।

जगताप ने माफी मांगने से किया इनकार

गौरतलब है कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बाद अशोक ए जगताप ने चुनाव आयोग की तुलना एक कुत्ते से की थी जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर चलता है। इस बीच जगताप ने चुनाव आयोग के खिलाफ अपनी अपमानजनक टिप्पणी को और भी बढ़ा दिया है। उन्होंने अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए माफ़ी मांगने से भी इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि मैं बिल्कुल भी माफी नहीं मांगूंगा, जरा सी भी नहीं। अगर वे प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों के दबाव में काम कर रहे हैं तो मैंने जो कहा है वह सही है। मैं माफी नहीं मांगूंगा। चुनाव आयोग देश के लोकतंत्र को और मजबूत करने के लिए है, न कि किसी की सेवा करने के लिए।

कांग्रेस नेता ने कहा- ईवीएम के इस्तेमाल पर हो रहा संदेह

जगताप ने कहा कि मैंने जो कहा है, उस पर मैं कायम हूं। चुनाव आयोग को टीएन शेषन की तरह काम करना चाहिए। चुनाव आयोग के चापलूस रवैये के कारण लोकतंत्र बदनाम हो रहा है।

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ईवीएम के बारे में बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ईवीएम तकनीक लेकर आई क्योंकि इसका इस्तेमाल फ्रांस और अमेरिका में हो रहा था, लेकिन 2009 के बाद इसके इस्तेमाल पर संदेह होने लगा।

सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था फैसला: कांग्रेस नेता

इसके अलावा कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारा लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। अगर ऐसा कोई संदेह है तो उसका जवाब दिया जाना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं। अप्रैल 2024 में इस पर फैसला सुनाया गया। इसमें कहा गया कि अगर आपको बैलेट पेपर नहीं चाहिए तो वीवीपैट पर्चियों की गिनती की जानी चाहिए। याचिका में कहा गया कि 50 प्रतिशत वीवीपैट की गिनती होनी चाहिए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह 5 प्रतिशत होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।