प्रसिद्ध कल्कि पीठ पीठाधीश्वर आचार्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णम ने शुक्रवार को कृषि कानूनों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। दरअसल, प्रमोद कृष्णम ने अपने बयान में कांग्रेस आला कमान को सन्देश देते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 में कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार ब्राह्मण समाज का ही होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार को घेरते हुए भी बयान दिया।
कांग्रेस नेता ने कृषि कानूनों को लेकर बोला हमला
कांग्रेस नेता ने यह बयान पार्टी के ही एक अन्य वरिष्ठ नेता यूसुफ कुरैशी के घर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए के दिया। कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि किसानों के लिए बने कृषि कानून जब किसानों को ही पसंद नहीं है तो फिर सरकार उन्हें थोपने का प्रयास क्यों कर रही है? केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान पाकिस्तान या यूनान के नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के हैं।
हस्तिनापुर में भगवान परशुराम की मूर्ति का अनावरण कर लौट रहे कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि देश के हालात खराब हैं। सरकार की कथनी और करनी में फर्क साफ दिख रहा है।
प्रमोद कृष्णम ने कहा कि किसानों का सरकार से भरोसा उठ चुका है। इस वजह से देश की राजधानी और सीमाएं संकट से गुजर रही हैं। वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि केंद्र सरकार को सद्बुद्धि दे। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो कमेटी बनाई गई है, उस पर सवाल खड़े हो गए हैं। इसमें संशोधन जरूरी है।
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कांग्रेस नेता ने कहा कि जब सरकारी मशीनरी जाति और धर्म देखकर काम करेगी तो आम आदमी का भला होने वाला नहीं है। यूपी से कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरे पर उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री चेहरा ब्राह्मण समाज से होना चाहिए। इस बार कांग्रेस यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगी। प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता सतीश शर्मा, शहजाद यूसुफ, सलीम खान, ठाकुर तेजवीर सिंह भी मौजूद रहे।