कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सम्बंधी बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि काश ! कांग्रेस ने सत्ता में रहते किसानों की इतनी शिद्दत से चिंता की होती।
सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ‘जय जवान, जय किसान’ नारे की भी लाज नहीं रखी। अब इस प्रलाप का कोई मतलब नहीं। जनता समझ चुकी है कि किसानों के प्रति हाल के दिनों में उमड़ा कांग्रेस का यह प्रेम मौसमी है। उनके हित में आप जो जार-जार रोए जा रहीं हैं उस रुदन के आंसू घड़ियाली हैं।
प्रियंका को सम्बोधित करते हुए सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि कुछ बोलने के पहले उन्हें इस साल के अब तक के मौसम में धान की कटाई का रकबा, भाजपा शासन में धान के खरीद और तय समय में भुगतान के रिकॉर्ड पढ़ लेना चाहिए था। हालांकि उन्हें आंकड़े शायद याद नहीं, पर जनता को याद है।
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दरअसल प्रियंका ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उप्र के कई जिलों में किसान 900-1000 रुपये प्रति क्विंटल का नुकसान उठाकर धान बेचने को मजबूर हैं, जोकि सरासर अन्याय है। एमएसपी किसानों का हक है। कांग्रेस पूरी मजबूती से इस हक के लिए लड़ेगी। योगी के मंत्री ने प्रियंका के इसी ट्वीट को लेकर उनपर और उनकी पार्टी पर तंज कसा है।