किसान आंदोलन के बीच हुए पंजाब शहरी निकाय चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। वहीँ, इस चुनाव में सबसे ज्यादा फ़ायदा कांग्रेस को हुआ है, जिसने बीजेपी सहित कई अन्य दलों को करारा झटका दिया है। इस चुनाव में कांग्रेस ने इतिहास रचते हुए बठिंडा में बीजेपी से उसकी 53 साल पुरानी बादशाहत भी छीन ली है।
बीजेपी को 53 साल बाद मिली हार
दरअसल, बठिंडा नगर निगम चुनाव में 50 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें से कांग्रेस को 43 सीटें मिली हैं, जबकि अन्य सात सीटें अकाली दल के खाते में गई हैं। इस जीत के साथ ही कांग्रेस ने एक नया इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ा दिया है। पार्टी ने 53 साल बाद यह नगर निगम चुनाव में जीत हासिल की है। अभी तक यहां बीजेपी की बादशाहत कायम थी।
पंजाब की सत्तारूढ़ अमरिंदर सरकार में मंत्री मनप्रीत बादल ने बठिंडा में पार्टी की जीत पर ट्वीट कर लिखा कि आज इतिहास रचा गया है। बठिंडा शहर को 53 साल में पहली बार कांग्रेस पार्टी का मेयर मिलेगा। बठिंडा के सभी निवासियों को इस शानदार जीत के लिए बधाई। कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं जिन्होंने इसे संभव बनाया।
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गौरतलब है कि बठिंडा लोकसभा सीट से अकाली दल की हरसिमरत कौर सांसद हैं। वित्त मंत्री मनप्रीत बादल विधानसभा चुनाव में बठिंडा सीट का ही प्रतिनिधित्व करते हैं।