वीकेंड पर उत्तराखंड घूमने आए पर्यटकों को कोरोना दस्तावेज के मानकों को उपलब्ध नहीं कराने पर वापस लौटाया जा रहा है। रविवार को मसूरी सहित देहरादून जिले के प्रमुख चेकिंग प्वाइंट पर 2230 कार सवार पर्यटक और 1670 मोटरसाइकिल सवार सहित कुल 3900 पर्यटकों को वापस लौटाया गया।
रविवार बारिश के चलते लंबे जाम के बावजूद भी देश के अन्य राज्यों से आए पर्यटक मसूरी पहुंचे। मसूरी में बढ़ते पर्यटकों के दबाव और जाम से छुटकारा पाने के लिए पुलिस की ओर से केवल उन्हें ही प्रवेश दिया गया, जिनके पास कोरोना गाइडलाइन से संबंधित दस्तावेज पूरे थे। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने जिले के हर प्वाइंट पर कोरोना बचाव के लिए गाइडलाइन के तहत सघन चेकिंग अभियान चलाया। कोरोना की आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट, स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण और होटल की बुकिंग न होने से करीब 3900 पर्यटकों को अलग-अलग स्थानों से लौटा दिया गया।
इस दौरान यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। जिला टिहरी गढ़वाल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कैंपटी फॉल में पानी के खतरे को देखते हुए पुलिस ने सैलानियों के फॉल में जाने से रोक लगा दी है।
कुठाल गेट से 1350 कार व 700 मोटरसाइकिल, किमाड़ी से 550 कार व 320 मोटरसाइकिल, सहस्त्रधारा से 150 कार व 400 मोटरसाइकिल तथा गुच्चुपानी से 180 कार व 250 मोटरसाइकिल सवार पर्यटकों को आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट, स्मार्ट सिटी पोर्टल रजिस्ट्रेशन और होटल बुकिंग संबंधी दस्तावेज उपलब्ध न होने पर वापस लौटाया गया।
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एसएसपी डॉ. योगेन्द्र सिंह राहत का कहना है कि पर्यटक की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमण बचाव के लिए गाइडलाइन को लेकर सख्ती अपनाई जा रही है। जिले के मसूरी व देहरादून के अन्य पर्यटक स्थलों में बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए कुठाल गेट, किमाड़ी, सहस्त्रधारा व अन्य स्थानों पर बैरियर लगाकर प्रभावी चेकिंग सुनिश्चित करने और उन्हीं व्यक्तियों को प्रवेश देने की हिदायत दी गई है, जिनके पास कोरोना नियमों के आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध हैं।