मुख्यमंत्री धामी ने पुनर्वासित गांवों के लोगों से की बात, अधिकारियों को दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को अन्तरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस पर पुनर्वासित गांवों के लोगों से बात कर उनकी समस्याएं को सुना। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पुनर्वासित परिवारों को क्षेत्र में मूलभूत आवश्यकताओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री धामी ने मुख्यमंत्री आवास में हुए इस कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों को पुनर्वासित परिवारों को पुनर्वास क्षेत्र में बिजली, पानी एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन पुनर्वासित गांवों को सड़क से जोड़ा जाना है, उनकी सूची जल्द शासन को उपलब्ध कराई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनर्वासित गांवों में मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए व्यवस्था मनरेगा से कन्वरजेंस एवं जिलाधिकारी के नियंत्रणाधीन विभिन्न फंडों से की जाए। इसके बाद भी कोई परेशानी हो तो मामला शासन स्तर पर लाए।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से आठ जनपदों के पुनर्वासित गांवों के लोगों से बात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि सभी समस्याओं का उचित हल निकालने का प्रयास किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए आपदा की दृष्टि से संवेदनशील गांवों का लगातार सर्वे करने को कहा। सर्वे के बाद जिन गांवों एवं परिवारों को तत्काल पुनर्वासित करने की आवश्यकता है, उसकी सूची भी जल्द उपलब्ध कराई जाए। पुनर्वासित परिवारों के लिए भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार धनराशि दी गई है। पुनर्वासित क्षेत्र में अवस्थापना विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों का कोविड से निधन हुआ उन्हें आपदा मद से 50 हजार की धनराशि देने की व्यवस्था की जा रही है।

प्राकृतिक आपदा उपरान्त प्रभावित गांवों,परिवारों के पुनर्वास नीति 2011 के प्राविधानुसार राज्य में कुल 83 गांव एवं 1447 परिवारों को पुनर्वासित किया गया जिसके लिए 61 करोड़ 2 लाख 35 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई। जिसमें से वर्ष 2017 से पहले 02 गांवों के 11 परिवारों को जबकि वर्ष 2017 के बाद से 81 गांवों के 1436 परिवारों को पुनर्वासित किया जाए।

गढ़वाल मण्डल के अन्तर्गत चमोली जनपद के 15 गांवों के 279 परिवर, उत्तरकाशी जनपद के 05 गावों के 205 परिवार, टिहरी जनपद के 10 गांवों के 429 परिवार और रुद्रप्रयाग जनपद के 10 गांवों के 136 परिवार पुनर्वासित किये गये। जबकि कुमाऊं मण्डल के अन्तर्गत पिथौरागढ़ के 31 गांवों के 321 परिवार, बागेश्वर जनपद के 9 गांवों के 68 परिवार, नैनीताल जनपद के 01 गांव के 01परिवार एवं अल्मोड़ा जनपद के 02 गांवों के 8 परिवार विस्थापित किए गए हैं।

इस मौके पर आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत,सचिव आपदा प्रबंधन एस.ए.मुरूगेशन, वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित रहे।