आज पूरे देश में ईद का त्यौहार मनाया जा रहा है। हालांकि, देश में फैले कोरोना संकट ने इस बार ईद के जश्न को धूमिल कर दिया है। हालांकि, ईद के मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुस्लिमों को एक बड़ा तोहफा जरूर दिया है। दरअसल, मुख्यमंत्री ने मुस्लिम समुदाय द्वारा लम्बे से से की जा रही मांग को हरी झंडी देते हुए एक अलग जिले की घोषणा कर दी है।
मुख्यमंत्री ने बना दिया नया जिला
दरअसल, पंजाब में अब मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र मलेरकोटला को एक जिला की उपाधि मिल गई है। मलेरकोटला राज्य का 23वां जिला होगा। ईद-उल-फितर के मौके पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मलेरकोटला को जिला के रूप में घोषित किया है। इसके साथ ही उन्होंने इस जिले के लिए 500 करोड़ रुपए की लागत से मेडिकल कॉलेज, एक महिला कॉलेज, एक नया बस स्टैंड और एक महिला पुलिस थाना बनाने की भी घोषणा की।
आपको बता दें कि मुस्लिम बाहुल्य कस्बा, मलेरकोटला अब तक संगरूर जिले का हिस्सा था और यह संगरूर जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था।
नए जिले की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जानता हूं कि यह लंबे समय से लंबित मांग रही है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के वक्त पंजाब में 13 जिले थे। सिंह ने कहा कि मलेरकोटला शहर, अमरगढ़ और अहमदगढ़ भी मलेरकोटला की सीमा में आएंगे।
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बाद में एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि ईद-उल-फितर के पाक मौके पर मेरी सरकार ने घोषणा की है कि मलेरकोटला राज्य का नवीनतम जिला होगा। 23वें जिले का विशाल ऐतिहासिक महत्व है। जिला प्रशासनिक परिसर के लिए उचित स्थान का तत्काल पता लगान का आदेश दिया है। मलेरकोटला को जिला का दर्जा देना कांग्रेस का चुनाव से पहले किया गया एक वादा था।