अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद कई देशों के माथे पर चिंता की लकीरे बढ़ गई हैं। इसी क्रम में अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि भारत को पहले ही अंदेशा था कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने वाला है और भारत ने अपना प्लान तैयार कर लिया था। इस दौरान उन्होंने तालिबान को भी बड़ी चेतावनी दी है।

सीडीएस रावत ने कहा- तालिबान के खिलाफ भारत पूरी तरह तैयार
राजधानी दिल्ली में बुधवार को ओआरएफ द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए बिपिन रावत ने कहा कि अफगानिस्तान की परिस्थितियों को लेकर भारत तैयार है और अगर वहां की परिस्थितियों का भारत पर असर पड़ता है तो उसके लिए भी भारत तैयार है। उसका मुकाबला वैसे ही किया जाएगा जैसे आतंकवाद का किया जाता रहा है।
इस वेबिनार में जनरल रावत ने कहा कि हमें इस बात का अंदेशा था कि अफगानिस्तान में तालिबान आने वाला है। लेकिन इतनी जल्दी आ जाएगा इसकी उम्मीद नहीं थी। हमें कुछ महीनों बाद आने की आशंका थी।
जनरल रावत ने साफ तौर से कहा कि ये तालिबान वही है जो 20 साल पहले था, लेकिन इस बार तालिबान के पार्टनर बदल गए हैं। जनरल रावत ने खुलकर नहीं बताया कि ये ‘पार्टनर’ कौन है लेकिन उनका इशारा चीन की तरफ माना जा रहा है। क्योंकि चीन तालिबान को मान्यता देने की वकालत कर रहा है।
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सीडीएस रावत ने कहा कि अगर अमेरिका तालिबान के भारत के खिलाफ किसी साजिश के खुफिया जानकारी साझा करता है तो उसे ग्लोबल-टेरेरिज्म मानकर कारवाई की जाएगी। सीडीएस ने अपने संबोधन में तालिबन के ‘समर्थक’ (देशों) को भी चेतावनी दी।
दिल्ली में आयोजित इस वेबिनार का थीम था ‘इंडो यूएस पार्टनरशिप: सिक्योरिंग 21st सेंचुरी’। इस दौरान अमेरिका की इंडो-पैसेफिक कमान के कमांडर, एडमिरल जॉन सी एक्यूनिलो भी मौजूद थे।
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