जोशीमठ में असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज से शुरू होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि अब तक अब तक 678 घरों में दरारें आ चुकी हैं। लोग अपने घरों को खाली करते हुए बहुत दुखी और भावुक हो रहे हैं। बुलडोजर पहुंचने पर कुछ लोगों ने आत्मदाह की चेतावनी भी दी।
देवनगरी में इन दिनों भारी संकट मंडरा रहा है। जोशीमठ में हर गुजरते दिन के साथ भूमि धंसने के कारण मकानों में बड़ी बड़ी दरारें आ रही हैं। मकानों में रह रहे परिवारों को वहां से हटाकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि अब तक अब तक 678 घरों में दरारें आ चुकी हैं। असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज यानि मंगलवार से शुरू होगा। चमोली जिला प्रशासन ने मकानों का घर-घर जाकर सर्वेक्षण तेज कर दिया है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम आज जोशीमठ का दौरा करेगी।
इमारते गिराने वाले जगह को कराया जा रहा खाली
जिला मजिस्ट्रेट खुराना ने बताया कि असुरक्षित भवनों को गिराने की तैयारी पूरी हो गई है। असुरखित जोन घोषित कर गिराने वाली इमारतें को खोली करवाया दिया है। एसडीआरएफ कर्मियों की मदद से लोगों के सामान को दूसरे जगह पर स्थानांतरित किया जा रहा है। लोग अपने घरों को खाली करते हुए बहुत दुखी और भावुक हो रहे हैं।
जोशीमठ का आज दौरा करेगी केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम
केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम आज उत्तराखंड के चमोली में जोशीमठ का दौरा करेगी। जिला मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना ने इसके बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय की एक टीम यहां आई थी और केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम मंगलवार को जोशीमठ का दौरा करेगी।
जोशीमठ इलाके में 678 इमारतों में आई दरारें
इस बीच जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली ने जोशीमठ इलाके में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए आपदा प्रबंधन से संबंधित बुलेटिन जारी किया है। बुलेटिन के मुताबिक, जोशीमठ टाउन इलाके में कुल 678 इमारतों में दरारें पड़ गई हैं। सुरक्षा कारणों से अब तक कुल 81 परिवारों को अस्थाई रूप से विस्थापित किया गया है।