लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले बीएसपी ने बड़ा ऐलान किया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने यूपी विधान सभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. मायावती के अलावा बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी चुनाव नहीं लड़ेंगे.
बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती चुनाव लड़ने नहीं बल्कि लड़वाने का काम करेंगी. मैं भी यूपी विधान सभा का चुनाव नहीं लडूंगा. मेरी पत्नी कल्पना मिश्रा और मेरा बेटा कपिल मिश्रा भी चुनाव नहीं लड़ेगा. मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी चुनाव नहीं लड़ेंगे.
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने जा रही है. बीजेपी और समाजवादी पार्टी दूसरे और तीसरे नंबर के लिए लड़ाई कर रहे हैं. चुनाव से पहले और ना ही बाद में किसी के साथ बीएसपी का गठबंधन होगा.
उन्होंने आगे कहा कि यूपी के ब्राह्मण हमारे साथ हैं. बीजेपी के साथ तो ब्राह्मण जा ही नहीं सकता है और समाजवादी पार्टी के साथ ब्राह्मण कभी नहीं रहा. बीजेपी सरकार में ब्राह्मण समाज के 500 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई. 100 से ज्यादा एनकाउंटर हुए. ब्राह्मण समाज पहले देख चुका है कि बीएसपी ने कैसे उसका सम्मान बढ़ाया था? ब्राह्मणों को हर जगह चाहे अधिकारियों की बात हो, चाहे 15 एमएलसी बनाने की बात हो, चाहे कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर चेयरमैन बनाने की बात हो और चाहे उत्तर प्रदेश में 4 हजार से ज्यादा सरकारी वकील बनाने की बात हो, सब जगह ब्राह्मणों को सम्मान दिया.
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सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि यूपी में ब्राह्मण 12 नहीं 16 प्रतिशत है. 1-2 फीसदी छोड़कर बाकी ब्राह्मण समाज हमारे साथ है. 1-2 फीसदी केवल पर्सनल रीजन की वजह से इधर-उधर जा सकता है.