उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार ने यूपी की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है। योगी की इस मंशा को पूरा करने में पूरी सरकार जुटी हुई है। इसी सिलसिले में दो दिन पहले ही योगी ने 15 देशों के राजनयिकों के साथ बैठक कर सुझाव मांगे थे। योगी सरकार को राजनयिकों की तरफ से सुझाव भी मिले हैं। सूत्रों की माने तो राजनयिकों ने कहा है कि यूपी सरकार को अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक फंड राइजिंग डिपार्टमेंट स्थापित करना चाहिए।
सूत्रों ने बताया कि 15 देशों में भारत के दूतों ने मंगलवार को सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए फंड राइजिंग करने वाला विभाग स्थापित करे। दूतों ने यह और कई अन्य सुझाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक के एक दिन बाद यहां मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा से शिष्टाचार भेंट के दौरान दिए।
राजनयिकों की तरफ से मिले कई तरह के सुझाव
सूत्रों के अनुसार मिश्रा ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से फंड राइजिंग करने वाले विभाग की स्थापना सहित अन्य सुझावों पर विचार करने और उन पर कार्रवाई करने को कहा। सीएस ने अपने संबोधन में कहा कि यू.पी. प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार ‘व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन’ की मदद से तेजी से विकास ट्रैक पर बढ़ रहा है।
यूपी में अगले साल फरवरी में होगी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट
अगले साल 10 से 12 फरवरी तक राज्य की राजधानी में आयोजित होने वाला तीन दिवसीय वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन अभूतपूर्व और ऐतिहासिक होगा और नए यूपी की आकांक्षाओं को पंख देगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन -2023 यू.पी. एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनें।
राजनयिकों को दी गई ODOP की जानकारी
राजनयिकों को यूपी की एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य से निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। प्रदेश में प्लास्टिक पार्क, टॉय पार्क, फिल्म सिटी, लॉजिस्टिक पार्क, मेगा लेदर पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क आदि परियोजनाएं बन रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र की ‘उड़ान योजना’ से अधिकतम लाभ उठाते हुए राज्य अब बेहतर हवाई संपर्क का दावा कर सकता है।
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मोदी कर सकते हैं इन्वेस्टर समिट का शुभारंभ
सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में प्रस्तावित तीन दिवसीय वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे, जबकि राष्ट्रपति शिखर सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन में 10,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे।