अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कद्दावर नेता और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर पश्चिम बंगाल पहुंच चुके हैं। उनके इस दो दिवसीय दौरे को लेकर एक तरफ जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं में उत्साह दिख रहा है। वहीं सूबे की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में डर है। इस डर की वजह लगातार पार्टी को मिल रहे दिग्गज नेताओं और विधायकों के इस्तीफे हैं। इसी क्रम में बीजेपी के महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी बनाए गए कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान से तृणमूल की मुखिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के डर को दोगुना कर दिया था।
बीजेपी नेता ने दिया बड़ा बयान
दरअसल, कैलाश विजयवर्गीय ने अपने एक बयान में कहा है कि पश्चिम बंगाल में होने वाली अमित शाह की रैली में विपक्षी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो जाएंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, एक समाचार पत्र से बातचीत करते हुए बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मेदिनीपुर में होने वाली अमित शाह की रैली के दौरान तृणमूल कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
बीजेपी नेता ने कहा कि हमारे पास अभी लिस्ट नहीं है लेकिन संख्या हजारों में भी हो सकती है। इसमें जिला से लेकर पंचायत स्तर के कार्यकर्ता शामिल रहेंगे। सभी को पता है कि बीजेपी ही सरकार बनाने जा रही है, इसलिए साथ रहना चाहते हैं। लेकिन अंत में पार्टी ही फैसला लेगी कि किसे शामिल करना है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि टीएमसी के अन्यायपूर्ण शासन और पार्टी नेतृत्व के मनमानीपूर्ण रवैये की वजह से नेताओं को मजबूरन निकलना पड़ रहा है। उन्होंने साथ ही सत्तारूढ़ पार्टी पर प्रशासन के आपराधीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि आईएएस और आईपीएस अधिकारी पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं।
आपको बता दें कि तृणमूल कांग्रेस को इन दोनों भीतरी कलह की वजह से लगातार इस्तीफों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। अभी बीते दिन ही पार्टी के दो दिग्गज नेताओं शीलभद्र दत्ता और कबिरुल इस्लाम ने पार्टी को अपना इस्तीफा दिया था। तृणमूल को मिलने वाले इन इस्तीफों का दौर पार्टी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले शुभेंदु अधिकारी से शुरू हुआ था। पहले तृणमूल कांग्रेस में नंबर दो की हैसियत रखने वाले शुभेंदु अधिकारी ने इस्तीफा दिया, फिर जितेंद्र तिवारी, दीप्तांगशु चौधरी ने इस्तीफा दिया।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस की भीतरी कलह के चलते सोनिया गांधी ने बढ़ाया कदम, लिया बड़ा फैसला
उधर, बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने इन नेताओं को रिझाने की कवायद भी शुरू कर दी है। दरअसल, केंद्र सरकार ने तृणमूल छोड़ने वाले वाले दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी को गृह मंत्रालय द्वारा Z कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई है। भाजपा में शामिल होने से पहले ही शुभेंदु को Z कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है। पश्चिम बंगाल में शुभेंदु को Z कैटेगरी की सुरक्षा मिलेगी जिसमें सीआरपीएफ की सिक्योरिटी कवर होगी। साथ ही उन्हें बुलेटप्रूफ गाड़ी भी मिलेगी। पश्चिम बंगाल से बाहर जाने पर शुभेंदु अधिकारी को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मिलेगी।