हरियाणा के करनाल में बीते दिनों किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई लाठीचार्ज का मामला अब सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। इस मामले को लेकर शुरू हुई सियासत के बीच अब शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय राउत ने भी किसान नेता राकेश टिकैत के विवादित बयान का राग अलापा है। दरअसल, संजय राउत ने इस मामले को केंद्र सरकार की तालिबानी मानसिकता करार दिया है।
लाठीचार्ज मामले को लेकर शिवसेना ने दिया बड़ा बयान
दरअसल, किसान प्रदर्शन पर हुई लाठीचार्ज का मुद्दा उठाते हुए बीते दिन किसान नेता राकेट टिकैत ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला था। इस मामले को लेकर उन्होंने विवादित बयान देते हुए राकेट टिकैत ने कहा था कि राकेश टिकैत ने देश पर सरकारी तालिबान का कब्जा है और देश में सरकारी तालिबान के कमांडर मौजूद हैं।
अब संजय राउत ने भी किसान नेता का ही राग अलापा है। उन्होंने इस मामले की तुलना तालिबानी सोंच से की है। संजय राउत ने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज की घटना देश के लिए शर्मनाक घटना है। यह तालिबानी मानसिकता है। आखिर ये सरकार कैसे कह सकती है कि वह गरीब और किसानों की सरकार है। ये सरकार किसानों के मन की बात को भी नहीं सुनती है।
करनाल में पुलिस ने सीएम मनोहर लाल खट्टर का विरोध कर रहे किसानों पर शनिवार को बड़े स्तर पर लाठीचार्ज हुआ था। करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे विरोध करने वालों को सिर फोड़ देने की बात कह रहे हैं। लाठीचार्ज के दौरान लगभग 10 किसानों को चोट आई है।
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बीते दिन अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के महासचिव डॉक्टर आशीष मित्तल ने दावा किया है कि पुलिस ने एसडीएम के आदेश पर ही करनाल टोल के पास किसानों पर लाठीचार्ज किया। जिसमे किसान सुशील घायल हो गए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। वहीं किसानों के इस दावे को पुलिस ने खारिज किया है और कहा है कि पुलिस की लाठीचार्ज में किसी भी किसान की मृत्यु नहीं हुई है।