पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, राजनीतिक दलों की सियासी रणनीति खुलकर सामने आती जा रही है। इसी क्रम में शिवसेना ने एक ऐसी राजनीती बनाई है जिससे बीजेपी का बना बनाया खेल बिगड़ सकता है। दरअसल, शिवसेना ने बंगाल चुनाव लड़ने की ओर इशारा किया है। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में शिवसेना सूबे की 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है।
बंगाल चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है शिवसेना
एक न्यूज चैनल से मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जल्द ही पश्चिम बंगाल का दौरा कर रहे हैं। शिवसेना बंगाल चुनाव में कोलकाता, हुगली, दमदम समेत कई इलाकों में अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। हालांकि, अभी इस बात को लेकर पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि 29 जनवरी को होने वाली शिवसेना बैठक में बंगाल चुनाव को लेकर फैसला लिया जा सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर शिवसेना बंगाल चुनाव में शिरकत करती है, तो इससे सीधा नुकसान बीजेपी को होगा। जिस हिंदुत्व के दम पर बीजेपी इस चुनाव में जीत के मुहाने तक पहुंचना चाहती है, शिवसेना की एंट्री उस रास्ते में दीवार का काम करेगी।
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शिवसेना के कदम से कई पार्टियां चौंक सकती है क्योंकि पिछले दिनों ही ओवैसी के बंगाल चुनाव में इंट्री की बात पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि कोई कुछ भी कर ले लेकिन बंगाल में जीतेगी तो ममता दीदी ही। संजय राउत ने यह भी कहा था कि ममता दीदी का राजनीतिक अनुभव बड़ा है, देश में जिस तरह से AIMIM चुनाव लड़ रही है और वोटों का बँटवारा कर रही है, उससे देश के मन में जरूर ये आशंका पैदा होती है कि ओवैसी की पार्टी का एजेंडा क्या है। लेकिन इसके बावजूद भी बंगाल में जीत ममता बनर्जी की ही होगी।