कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाकर संविधान का गला घोंटा था
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कांग्रेस के उस आरोप पर पलटवार किया है, जिसमें पार्टी ने कहा था कि भाजपा सत्ता में आने के बाद संविधान को बदल देगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह भाजपा है, जिसने हमेशा “अंबेडकर के संविधान के विचार” का सम्मान किया है और उसमें विश्वास किया है। वहीं कांग्रेस ने अतीत में बार-बार संविधान का गला घोंटने की कोशिश की है।
योगी ने कहा,इससे बड़ा झूठ कुछ नहीं हो सकता।
लोग कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के इतिहास से अवगत हैं। यह कांग्रेस ही है, जिसने 1950 में संविधान लागू होने के बाद उसका गला घोंटने की कोशिश की थी। कई बार उसने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कम करने की कोशिश की।
कांग्रेस के लोग हमेशा सत्ता की परवाह करते थे। लोग आपातकाल के समय को नहीं भूले हैं। यहां तक कि यूपीए के दौरान भी उन्होंने सच्चर और रंगनाथ समिति की रिपोर्ट के बहाने अल्पसंख्यकों को पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण देने की कोशिश की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा ने हमेशा बीआर अंबेडकर द्वारा बताए गए संविधान का सम्मान किया है। उन्होंने कहा,भाजपा के लिए हमारा संविधान सर्वोच्च है। हम बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा निर्धारित दृष्टिकोण और आदर्शों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी में कार्यकर्ता अपने नेतृत्व पर भी भरोसा नहीं कर रहे हैं। सीएम योगी ने कहा, आप देख रहे होंगे कि उनके लोग लगातार मैदान छोड़ रहे हैं। कहीं उनके प्रदेश अध्यक्ष इस्तीफा दे रहे हैं तो कहीं उनके घोषित उम्मीदवार खुद ही अपनी उम्मीदवारी वापस लेकर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं और कहीं जानबूझ कर पर्चा भर रहे हैं।
मालूम हो कि सोमवार को संविधान की प्रति दिखाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में लौटी तो संविधान को फिर से लिखने और आरक्षण को खत्म करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान को बचाने का प्रयास कर रही है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक सार्वजनिक बैठक में राहुल गांधी ने कहा,ये चुनाव सामान्य चुनाव नहीं हैं। ये विचारधाराओं के बीच लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी है, इंडिया ब्लॉक है और दूसरी तरफ बीजेपी है। हिंदुस्तान में करोड़ों लोग हैं कि यह चुनाव संविधान को बचाने के लिए है।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अनंतकुमार हेगड़े ने कहा था कि अगर संविधान में कोई बदलाव करना है तो उनकी पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में कुल 400 सीटों की जरूरत है।
हेगड़े ने संविधान को फिर से लिखने का आह्वान करते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहले हिंदू समाज पर अत्याचार करने के लिए संविधान में बदलाव किए थे और उस “कार्य” को रद्द करने के लिए उनकी पार्टी को लोकसभा और राज्यसभा के साथ-साथ राज्यों में भी दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता है।
विपक्षी नेता भाजपा पर आरक्षण खत्म करने और संविधान को फिर से लिखने का प्रयास करने का आरोप लगाते रहे हैं। बीजेपी ने सभी आरोपों से इनकार किया है।