बिहार की नवनिर्वाचित नीतीश सरकार ने अभी पूरी तरह से अपना कार्यकाल शुरू भी नहीं किया है कि सरकार का विवादों में घिरना शुरू हो गया है। ऐसा ही विवाद नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर खड़ा हुआ। इस विवाद की वजह से बीते दिन शिक्षा मंत्रालय का पदभार संभालने वाले नवचयनित शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। उनके पदभार संभालने के बाद बीते दिन काफी हंगामा हुआ था।
नीतीश सरकार के इस मंत्री पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप
दरअसल, सूबे की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी और मुख्य विपक्षी पार्टी राजद दो दिनों से मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार और पत्नी की मौत में संलिप्तता का आरोप लगाते जांच की मांग कर रही थी। इसी मांग को रखते हुए राजद ने जमकर हंगामा भी किया, जिसके बाद मेवालाल ने शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।
आपको बता दें कि मेवालाल चौधरी पर आरोप है कि वर्ष 2017 में भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहने के दौरान 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की। इस मामले को लेकर उनके खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया गया था। केवल इतना ही नहीं, तत्कालीन बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए थे।
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इस जांच में मेवालाल चौधरी के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया गया था। उन पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में भी घपलेबाजी का आरोप है। हालांकि इस बारे में बात करते हुए मेवालाल चौधरी ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई चार्जशीट दायर नहीं हुई है ना ही मेरे खिलाफ कोर्ट की तरफ से आरोप सिद्ध हुआ है। मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं।