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सावधान! नाखूनों में छिपे हैं गंभीर बीमारियों के संकेत, रंग और बनावट बदलते ही न करें नजरअंदाज

नई दिल्ली: शरीर की सेहत का हाल सिर्फ चेहरे या आंखों से ही नहीं, बल्कि नाखूनों से भी पता लगाया जा सकता है। यही वजह है कि जब कोई बच्चा या मरीज डॉक्टर के पास पहुंचता है, तो जांच के दौरान डॉक्टर सबसे पहले नाखून, जीभ और आंखों पर नजर डालते हैं। इन अंगों में कई बीमारियों के शुरुआती संकेत छिपे होते हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर नाखूनों में अचानक रंग, आकार या बनावट में बदलाव दिखाई दे, तो यह शरीर में किसी गंभीर बीमारी की चेतावनी हो सकती है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी की वेबसाइट के अनुसार, जब स्किन कैंसर की आशंका होती है, तो लोग अक्सर त्वचा की जांच पर ध्यान देते हैं, जबकि इसके संकेत नाखूनों में भी नजर आ सकते हैं। इतना ही नहीं, नाखून फेफड़ों के कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का भी संकेत दे सकते हैं।

नाखूनों में कैसे दिखते हैं कैंसर के संकेत

विशेषज्ञों के अनुसार, स्किन कैंसर का सबसे खतरनाक रूप मेलानोमा नाखूनों और पैर की उंगलियों के नीचे या आसपास विकसित हो सकता है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन बुजुर्गों में इसका खतरा अधिक रहता है। पारिवारिक इतिहास भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकता है।

इन बदलावों को बिल्कुल न करें नजरअंदाज

  • गहरी काली या भूरी लकीर: हाथ या पैर के अंगूठे के नाखून में मटमैली या गहरी काली पट्टी दिखाई देना मेलानोमा का संकेत हो सकता है।
  • नाखून के आसपास त्वचा का रंग गहरा होना: नाखून के पास की स्किन का रंग अचानक डार्क हो जाए, तो यह उन्नत मेलानोमा की चेतावनी हो सकती है।
  • नाखूनों का उखड़ना: अगर नाखून उंगलियों से अलग होने लगें या ऊपर की ओर उठने लगें, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
  • नाखूनों का बीच से फटना: बिना किसी चोट के नाखून का फटना भी खतरे का संकेत हो सकता है।
  • नाखूनों के नीचे गांठ: नाखून के नीचे चौड़ी, पतली या गहरी गांठ दिखना भी कैंसर के लक्षणों में शामिल है।

समय रहते जांच है जरूरी

अगर नाखूनों में इस तरह के बदलाव दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआत में बीमारी का पता चल जाए, तो इलाज आसान और प्रभावी हो सकता है।

नोट: यह जानकारी जागरूकता के उद्देश्य से है। किसी भी लक्षण की पुष्टि के लिए चिकित्सकीय सलाह जरूर लें।