उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल जारी है। एक ओर जहां भाजपा के कई मंत्री और नेता पार्टी छोड़ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर भगवा पार्टी आगामी चुनावों की रणनीतियों के लिए लगातार बैठक कर रही है। माना जा रहा है कि पार्टी ने 170 से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए है। नामों की घोषणा एक या 2 दिन में हो जाएगी। इन सबके बीच बड़ी खबर यह भी है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके साथ दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा भी विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों की माने तो योगी आदित्यनाथ अयोध्या से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। जैसे ही यह खबर अयोध्या पहुंची कि वहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ेंगे, साधु-संतों में खुशी का ठिकाना नहीं है। स्थानीय लोग भी योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं।
इकबाल अंसारी का बयान
इन सब के बीच बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी योगी आदित्यनाथ का समर्थन किया है। इकबाल अंसारी ने दावा किया कि अगर अयोध्या से योगी आदित्यनाथ चुनाव जीतते हैं तो वह विकास को और भी बढ़ाएंगे। इकबाल अंसारी ने यह भी दावा किया कि अयोध्या के मुसलमान भी योगी आदित्यनाथ के पक्ष में वोट करेंगे। अपने बयान में इकबाल अंसारी ने कहा कि हमारी कौम योगी आदित्यनाथ के साथ है। 5 साल में यहां बहुत बदलाव हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार में मुसलमानों को किसी भी तरह की तकलीफ नहीं हुई है और ना ही कोई दंगा हुआ है। अंसारी ने यह भी कहा कि अयोध्या में विकास का काम अब शुरू हो गया है। जनता की मांग भी है कि यहां से योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़े।
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योगी आदित्यनाथ को भाजपा अयोध्या से चुनावी मैदान में उतारकर हिंदुत्व के एजेंडे को ज्वलंत रखना चाहती है। भाजपा इस बात की भी उम्मीद कर रही है कि अयोध्या से योगी आदित्यनाथ बड़े अंतर से चुनावी जीत हासिल करेंगे। भाजपा के एजेंडे में अयोध्या शुरू से ही रहा है। हिंदू आस्था के दो केंद्र काशी और अयोध्या को लेकर भाजपा अपने हिसाब से आगे बढ़ना चाहती है। काशी से जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद है तो वही योगी को अब अयोध्या से चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी है। योगी अब तक गोरखपुर का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि योगी के अयोध्या से चुनाव लड़ने से उत्तर प्रदेश की सियासी समीकरण किस तरह से बदलती है।