जेल की सलाखों के पीछे बंद आसाराम को मंगलवार को उस समय जोरदार झटका लगा जब सुप्रीम कोर्ट ने उसे जमानत देने से इनकार कर दिया है। आसाराम ने आयुर्वेद अस्पताल में इलाज के लिए सुप्रीम कोर्ट से छह हफ्ते के लिए जमानत मांगी थी। लेकिन कोर्ट ने उसकी एक नहीं सुनी और याचिका को खारिज कर दिया। खबरों के अनुसार आसाराम को यूरिन इन्फेक्शन और पेट से जुड़ी समस्या से जूझना पड़ रहा है। हालांकि, सजा मिलने के बाद बीमार होने पर कोर्ट के निर्देश पर उसे जोधपुर में भी आयुर्वेद उपचार दिया जा रहा है। गौरतलब है कि आसाराम बलात्कार के आरोप में राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद है।
सिर्फ आयुर्वेदिक उपचार, नहीं लेता अंग्रेजी दवा
जोधपुर जेल में सलाखों के पीछे बंद 80 वर्षीय आसाराम आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उसने उत्तराखंड में इलाज कराने के लिए याचिका दायर की थी। आसाराम शुरू से ही आयुर्वेदिक उपचार लेता आ रहा है। कोरोना के बाद से उसका एम्स में नियमित रूप से चेकअप कराया जाता है। वहां भी आसाराम ने कई बार अंग्रेजी दवा लेने से इनकार किया है।
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कोरोना के बाद स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों में घिरा
आसाराम जब जेल की सलाखों के पीछे लाया गया था तब वह स्वस्थ था। लेकिन कोरोना की चपेट में आने के बाद से वह लगातार स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से घिर गया है। आसाराम जेल की सलाखों से बाहर आने की हर संभव कोशिश कर चुका है लेकिन उसे आजतक जमानत नहीं मिल पाई है।