जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यहां की सियासी गलियारों में हलचल काफी तेज है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी जम्मू कश्मीर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। लेकिन उनकी इस रैली से पहले कश्मीर घाटी गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। दरअसल, बारामूला जिले के पट्टन इलाके में शनिवार को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच में मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में तीन अज्ञात आतंकवादी मारे गए।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक ने की पुष्टि
इस बात की जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सेना, अर्धसैनिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक संयुक्त टीम ने इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार शाम पट्टन के चक टप्पर गांव में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।
उन्होंने बताया कि आतंकवादी एक स्कूल की इमारत के अंदर फंस गए थे और जैसे ही सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम संदिग्ध स्थान के पास पहुंची, उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। शुक्रवार रात को एक आतंकवादी मारा गया, जबकि शनिवार सुबह दो और मारे गए।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) वीके बिरिदी ने पुष्टि की है कि मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पहचान की जा रही है।
इस मुठभेड़ के कुछ घंटे भीतर ही एक मुठभेड़ जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ जिले में भी हुई। इस मुठभेड़ में जिसमें दो सैनिक मारे गए और दो अन्य घायल हो गए।
ये मुठभेड़ें विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से कुछ दिन पहले हुईं, जो 18 सितंबर को होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू के डोडा जिले में चुनाव प्रचार करने वाले हैं।
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पीएम मोदी की रैली से पहले कश्मीर घाटी में सेना के जवान काफी मुस्तैद नजर आ रहे हैं। इसके पहले अभी बीते दिनों खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा केरन सेक्टर, कुपवाड़ा में एक संयुक्त अभियान ने यहां के वन क्षेत्र से हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया था। जिसमें एके 47 राउंड, हैंड ग्रेनेड, आरपीजी राउंड, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के लिए सामग्री और अन्य युद्ध संबंधी सामान शामिल हैं।