कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में 5 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर्स में से एक और की तबियत बीते रविवार को खराब हो गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया है।
अधिकारी ने पुष्टि की कि एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से जुड़े पुलस्थ आचार्य को पेट में तेज दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। आचार्य के अस्पताल में भर्ती होने के साथ ही विरोध प्रदर्शन के दौरान भर्ती होने वाले जूनियर डॉक्टरों की कुल संख्या चार हो गई है।
इससे पहले, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के अनिकेत महतो, कोलकाता मेडिकल कॉलेज के अनुस्तुप मजूमदार और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के आलोक वर्मा को भी विरोध प्रदर्शन के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इससे पहले, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के अनिकेत महतो, कोलकाता मेडिकल कॉलेज के अनुस्तुप मजूमदार और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के आलोक वर्मा को भी विरोध प्रदर्शन के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
एक न्यूज एजेंसी के अनुसार, एनआरएस मेडिकल कॉलेज के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि पुलस्थ फिलहाल सीसीयू में हैं और उनकी हालत चिंताजनक है तथा उनके इलाज की निगरानी के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है ।
इस विरोध प्रदर्शन में शुरुआत में 11 जूनियर डॉक्टर शामिल थे, जिन्होंने आरजी कर अस्पताल की एक महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए भूख हड़ताल शुरू की, जिसका अगस्त में बलात्कार और हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा, राज्य के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को तत्काल हटाने और कई अन्य सुधारों की भी मांग कर रहे हैं।
हड़ताल पर जूनियर डॉक्टर की मांगें
उनकी मांगों में अस्पतालों के लिए एक केंद्रीकृत रेफरल प्रणाली बनाना, बिस्तर रिक्तता निगरानी प्रणाली लागू करना, तथा सीसीटीवी, ऑन-कॉल रूम और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए टास्क फोर्स का गठन करना शामिल है।
यह भी पढ़ें: बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में एक और आरोपी को हुआ गिरफ्तार, तीन अभी भी फरार
अन्य प्रमुख मांगों में अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाना, स्थायी महिला पुलिस अधिकारियों की भर्ती करना तथा डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों को भरना शामिल है।