केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा को विद्रोही संगठन उल्फा (स्वतंत्र) के साथ प्राथमिक वार्ता की जिम्मेदारी दी है। यह जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने खुद दी।
सीएम सरमा ने कहा- एनआरसी की समीक्षा के लिए भी दिए गए निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ सरमा ने सोमवार रात नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात के बाद कहा कि मैंने गृहमंत्री से उल्फा (स्व) के साथ शांति वार्ता करने के मुद्दे पर चर्चा की है। उन्होंने मुझे उल्फा (स्व) के साथ प्राथमिक चर्चा करने के लिए अधिकृत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो केंद्र के साथ उल्फा (स्व) को शांति वार्ता में शामिल किया जा सकता है।
एनएससीएन-आईएम के साथ चल रही शांति वार्ता प्रक्रिया के संबंध में असम के मुख्यमंत्री तथा नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस (नेडा) के संयोजक डॉ. सरमा ने कहा कि एनएससीएन-आईएम के साथ शांति वार्ता के साथ आंशिक रूप से जुड़ने के बावजूद वे विद्रोही संगठन के साथ औपचारिक रूप से किसी भी वार्ता में अब तक शामिल नहीं हुए हैं।
दूसरी ओर, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) पर डॉ. सरमा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने असम में एनआरसी की समीक्षा के लिए कहा है। हालांकि, इस संबंध में सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही फैसला लेगा क्योंकि, एनआरसी को शीर्ष अदालत की निगरानी में तैयार किया गया था।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को विभिन्न केंद्रीय योजनाओं की प्रगति के साथ-साथ ड्रग्स के खिलाफ असम सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से अवगत कराया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ सरमा अपने दो दिवसीय बराक घाटी के दौरे के बाद सोमवार को गुवाहाटी पहुंचे थे। जहां से वे दिल्ली पहुंचे।