बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन की फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाली एक्ट्रेस अमीषा पटेल एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार वो कानून पछड़े के चलते सुर्खियों में है। अमीषा पटेल पर करोड़ों रुपए का चेक बाउंस होने के मामले में धोखाधड़ी का आरोप है। इस मामले को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने इस मामले में कोर्ट ने दोनों पक्षों को दो हफ्ते के अंदर लिखित तौर पर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है। दरअसल, इस मामले की सुनवाई झारखंड हाईकोर्ट के जज आनंद सेन ने की। ये सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई और सभी पक्षों के वकीलों ने भी अपने-अपने घरों से अपना पक्ष रखा।
आपको बता दें कि अमीषा पटेल के खिलाफ पहले निचली अदालत में याचिका दायर की गई थी, जिसमें उन्हें राहत मिल गई थी, लेकिन दूसरे पक्ष ने निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी और हाईकोर्ट में मामला दर्ज कराया।
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जज आनंद सेन ने दोनों पक्षों को मध्यस्थता के जरिए मामला सुलझाने के बारे में कहा और दो हफ्ते में अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा। वहीं हाईकोर्ट ने अमीषा पटेल की अंतरिम राहत को जारी रखा है और उनके खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाई है। आपको बताते है पूरा मामला क्या है…
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साल 2017 में अमीषा पटेल की अजय कुमार सिंह नाम के शख्स से मुलाकात हुई थी। अमीषा ने उन्हें फिल्मों में पैसा लगाने का ऑफर दिया। अमीषा ने उन्हें बताया कि उनकी कंपनी लवली वर्ल्ड एंटरटेनमेंट ‘देसी मैजिक’ नाम की फिल्म बना रही है। अजय ने इसके लिए ढाई करोड़ रुपए अमीषा पटेल के खाते में भेजे। लेकिन किसी वजह से फिल्म नहीं बन पाई और अजय सिंह ने अपने पैसे वापस मांगे। अमीषा ने उन्हें चेक तो दिया, लेकिन ये चेक बाउंस हो गया। इसके बाद अजय सिंह ने कोर्ट में अमीषा पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाया।