अमेरिका में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्यों और शहरों में वैक्सीन नहीं लगवाने वाले हजारों श्रमिकों को कोविड-19 वैक्सीन नहीं लगवाने के कारण छंटनी का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया गया है।

ताजा हाई-प्रोफाइल उदाहरण के रूप में वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी ने वैक्सीन नहीं लगवाने वाले अपने मुख्य फुटबॉल कोच और उनके चार सहायकों को सोमवार को निकाल दिया। शिकागो और बाल्टीमोर जैसे शहरों में हजारों पुलिस अधिकारियों और अग्निशमन अधिकारियों के सामने भी आने वाले दिनों में नौकरी जाने का खतरा है। नौकरी बचाए रखने के लिए उन्हें टीकाकरण का प्रमाणपत्र या नियमित कोरोनावायरस परीक्षण कराना होगा।
विवादास्पद होते हुए भी यह आदेश, कई श्रमिकों को टीका लगाने के लिए समझाने में प्रभावी रहा है। जिसने संयुक्त राज्य में 700000 से अधिक लोगों की जान ले ली है। व्हाइट हाउस के कोविड-19 के प्रतिक्रिया समन्वयक जेफ जेंट्स ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से कहा कि 77% पात्र अमेरिकियों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है।
रूस में कोविड से रिकॉर्ड 1015 लोगों की मौत, सख्त पाबंदियां लगाने का प्रस्ताव
शहर के श्रमिकों के साथ शिकागो में पुलिसकर्मी भी कोरोना टीका नहीं लगवाने के कारण मुश्किल स्थिति में फंस गए हैं। शहर के 12,770 पुलिस कर्मचारियों में से लगभग एक तिहाई मुश्किल में हैं। टीकाकरण की स्थिति की रिपोर्ट करने के लिए शुक्रवार की समय सीमा खत्म होने के बाद कुछ अधिकारियों को बिना वेतन के गुजारा करने वाली स्थिति में डाल दिया गया है।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine