उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर एक तरफ राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. प्रतापगढ़ के कुंडा में रविवार को 5वें चरण की वोटिंग के दौरान सपा प्रत्याशी गुलशन यादव (SP Candidate Gulshan Yadav) के काफिले पर जानलेवा हमला हुआ था. मगर, यह राजनैतिक लड़ाई अब सीधे-सीधे राजा भैया और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच आकर सार्वजनिक हो गई है. गुलशन, राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. अखिलेश और राजा भैया दोनों ने एक-दूसरे पर निशाना साधा है. सुबह राजा भैया ने कहा, न तो प्रदेश में सपा की सरकार बन रही है न ही वे अखिलेश यादव को सीएम बनने देंगे. वहीं अखिलेश यादव ने कहा, शीशे तोड़ने से हौसले नहीं तोड़े जा सकते, कुंडा अब गुलशन से ही गुलशन होगा!
दरअसल आरोप लगाया जा रहा है कि गुलशन पर हमला राजा भैया की पार्टी जनता दल लोकतांत्रिक के कार्यकर्ताओं ने हमला किया है. इसमें पुष्पेंद्र सिंह का नाम सामने आ रहा है. वहीं पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी. फिलहाल गुलशन यादव अपने घर पर सुरक्षित हैं.
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतापगढ़ में जनसभा में कुंडा में कुंडी लगाने का बयान दिया था जिस पर राजा भैया ने पलटवार किया कि ऐसा करने वाला कोई माई का लाल अभी तक पैदा नहीं हुआ है. राजा भैया ने सीधे अखिलेश को चुनौती देते हुए कहा कि वह सरकार में नहीं आने वाले हैं, और न सरकार आने दूंगा.
सीएम योगी ने यूपी को सबसे विकसित और सुरक्षित राज्य बनाया- बीजेपी नेता राजेश्वर सिंह
कभी राजा भैया और गुलशन यादव थे करीबी
अखिलेश यादव ने कुंडा से राजा भैया के करीबी रहे गुलशन यादव को कुंडा से प्रत्याशी बनाया. गुलशन यादव, राजा भैया के पोटा केस में गवाह की हत्या के बाद चर्चा में आए. यहीं से गुलशन और राजा भैया में संपर्क बढ़ा. राजा भैया के सपोर्ट के बाद ही गुलशन यादव प्रधान और फिर कुंडा नगर पंचायत के चेयरमैन पद तक पहुंचने में कामयाब हुए. लेकिन राजा भैया के सपा से जाने के बाद भी गुलशन यादव पार्टी में बने रहे. इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने करीब 25 साल बाद कुंडा में राजा भैया के खिलाफ पार्टी का उम्मीदवार खड़ा कर दिया था.